कोडिन युक्त कफ सिरप की खरीद-बिक्री में बड़ी कार्रवाई, आजमगढ़ में नए खुलासे; पढ़ें पूरी खबर

कोडिनयुक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार का खुलासा होते ही यूपी के आजमगढ़ में बिपेंद्र सिंह और उसके साथियों की तलाश तेज़ हो गई है। बिपेंद्र पर कई जिलों में अवैध सिरप बिक्री के आरोप हैं और पुलिस ने उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 6 December 2025, 1:02 PM IST
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Azamgarh: यूपी के आजमगढ़ जिले में कोडिनयुक्त कफ सिरप की अवैध खरीद-बिक्री के मामले में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। जेठारी निवासी बिपेंद्र सिंह द्वारा इस सिरप की थोक बिक्री के लिए लाइसेंस प्राप्त करने के बाद, उसने केवल कोडिनयुक्त कफ सिरप की खरीद-बिक्री शुरू कर दी। इस खुलासे से पुलिस और एसटीएफ की टीमें सक्रिय हो गई हैं और बिपेंद्र के साथ-साथ उसके सहयोगियों की तलाश जारी है।

बिपेंद्र सिंह की फर्म और अवैध कारोबार

बिपेंद्र सिंह ने अपनी फर्म "एएस फार्मा" के नाम पर आजमगढ़ जिले के बनगांव मार्टीनगंज में एक मकान किराए पर लिया था। यहां, उसने सिर्फ कोडिनयुक्त कफ सिरप का कारोबार किया। इसके अलावा, बिपेंद्र ने अपनी फर्म के लिए कोई भी दूसरा उत्पाद या दवा नहीं खरीदी। बिपेंद्र की इस अवैध गतिविधि की जानकारी मिलने के बाद, पुलिस और एसटीएफ की टीमें उसकी तलाश में जुटी हुई हैं।

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आज़मगढ़ में हुई अवैध खरीद-बिक्री की जानकारी

बिपेंद्र सिंह के खिलाफ पुलिस ने जो जानकारी जुटाई है, उसके अनुसार, उसने आजमगढ़ से दो, बस्ती से तीन, और जौनपुर से एक फर्म से कोडिनयुक्त कफ सिरप की तीन लाख 28 हजार शीशियां खरीदी थीं। जब ड्रग विभाग ने 28 नवंबर को उसकी फर्म की जांच की, तो वह बंद पाई गई। मकान मालिक ने बताया कि बिपेंद्र की फर्म पिछले एक साल से बंद पड़ी थी।

पुलिस और एसटीएफ की कार्रवाई तेज़

बिपेंद्र की गिरफ्तारी की प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है और अब पुलिस, एसटीएफ और ड्रग विभाग के अधिकारी उसकी तलाश कर रहे हैं। पुलिस ने बिपेंद्र के घर की तफ्तीश की, लेकिन वह पहले ही फरार हो चुका था। इसी बीच, नरवे निवासी विकास सिंह भी इस मामले में शामिल होने के आरोप में भूमिगत हो गया है। पुलिस ने उसके खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है। एसटीएफ और पुलिस की टीमें आजमगढ़ के अलावा प्रयागराज, मऊ, जौनपुर और भदोही जिलों में भी तलाशी ले रही हैं, जहां कोडिनयुक्त कफ सिरप की आपूर्ति हुई थी।

गाजीपुर और भदोही में फर्जी फर्मों का मामला

इसके अलावा, गाजीपुर और भदोही के दो फर्जी फर्मों द्वारा भी शहर के रैदोपुर स्थित प्रतिष्ठानों से कोडिनयुक्त कफ सिरप खरीदी गई थी। इन फर्मों के संचालकों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। ड्रग विभाग के अधिकारियों ने इन फर्जी फर्मों के बारे में जानकारी जुटाने के प्रयास किए हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है।

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कोडिनयुक्त कफ सिरप की बिक्री पर कड़ी निगरानी

कोडिनयुक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार पर नियंत्रण के लिए पुलिस और ड्रग विभाग ने अब सख्त निगरानी रखना शुरू कर दिया है। इस सिरप का गलत उपयोग और अवैध बिक्री देश भर में एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिसे रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस अवैध व्यापार में शामिल सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, ड्रग विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवाई न लें, खासकर कफ सिरप का इस्तेमाल न करें।

Location : 
  • Azamgarh

Published : 
  • 6 December 2025, 1:02 PM IST