

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को एक बड़ी सफलता मिली है। अंतरराज्यीय स्तर पर अवैध हथियारों की तस्करी में लिप्त एक शातिर तस्कर को चित्रकूट जिले के मानिकपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। तस्कर के पास से भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद किए गए हैं।
मोशेश साल्वी शातिर तस्कर
Chitrakoot/Lucknow: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को एक बड़ी सफलता मिली है। अंतरराज्यीय स्तर पर अवैध हथियारों की तस्करी में लिप्त एक शातिर तस्कर को चित्रकूट जिले के मानिकपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। तस्कर के पास से भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद किए गए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी की पहचान मोशेश साल्वी पुत्र डेनियल साल्वी, निवासी राधाकुंडलीक अपार्टमेंट, सूर्यानगर, बेलापुर रोड, बिटावा, ठाणे (महाराष्ट्र) के रूप में हुई है। यह व्यक्ति मुंगेर (बिहार) से अवैध हथियार खरीदकर उन्हें महाराष्ट्र और मुंबई जैसे इलाकों में ऊंचे दामों पर बेचता था। पूछताछ में इस तस्कर ने अब तक सैकड़ों हथियारों की आपूर्ति करने की बात कबूल की है।
एसटीएफ की टीम ने 15 जुलाई 2025 को शाम 6:05 बजे रेलवे स्टेशन पैनल बिल्डिंग के पीछे, मोहल्ला पटेल नगर, थाना मानिकपुर, चित्रकूट से आरोपी को दबोचा है। तलाशी के दौरान उसके पास से 01 अदद रिवाल्वर (.32 बोर), 01 अदद तमंचा (.315 बोर), 30 अदद कारतूस (.32 बोर पिस्टल), 31 अदद कारतूस (.32 बोर रिवाल्वर), 09 अदद कारतूस (9 एमएम), 01 अदद कारतूस (.315 बोर), 01 मोबाइल फोन, ₹1140 नगद01 ड्राइविंग लाइसेंस ये सभी वस्तुएं बरामद की गईं है।
स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश लखनऊ
पूछताछ में मोशेश साल्वी ने बताया कि वह मुंगेर से रिवाल्वर 10,000 रुपए में और तमंचा 2,000–2,500 रुपए में खरीदता था। फिर इन हथियारों को महाराष्ट्र में प्रति रिवाल्वर 40,000 रुपए, और तमंचा 5,000 से 10,000 रुपए तक में बेचता था। कारतूसों की कीमतें भी क्षेत्र और मांग के अनुसार तय होती थीं—9 एमएम का एक कारतूस 3,000 से 4,000 रुपए, जबकि .32 बोर का कारतूस 1,500 से 2,000 रुपए में बिकता था। यह तस्कर बीते कई वर्षों से इस गैरकानूनी नेटवर्क का हिस्सा रहा है और कई राज्यों में इसकी पहुंच है। अब तक सैकड़ों हथियारों की अवैध डिलीवरी कर चुका है।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी के विरुद्ध थाना मानिकपुर, जनपद चित्रकूट में मु.अ.सं. 133/2025, धारा 3/7/25 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। आगे की विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
इस कार्रवाई के पीछे एसटीएफ की सूचना तंत्र की सतर्कता और तकनीकी निगरानी प्रमुख भूमिका में रही। अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में गठित टीम ने चित्रकूट क्षेत्र में गुप्त रूप से तैनाती के बाद यह गिरफ्तारी की। टीम में निरीक्षक अमित कुमार तिवारी, उपनिरीक्षक विद्यासागर, मु.आर. आलोक पांडेय व स्वरूप पांडेय शामिल थे।