

लखनऊ के कैसरबाग इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने अपनी सात साल की बेटी की हत्या कर दी और बाद में इसे अपने पति पर आरोपित करने की कोशिश की।
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स- गूगल)
Lucknow News: लखनऊ के कैसरबाग इलाके में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां एक महिला ने अपनी सात साल की बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी और फिर बेटी की हत्या को पति के ऊपर डालने की कोशिश की। महिला ने खुद पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन कर बताया कि उसके पति ने बेटी की हत्या कर दी है। लेकिन पुलिस की जांच में कहानी कुछ और ही निकली।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, महिला का नाम रोशनी खान बताया जा रहा है, जो वर्तमान में लिव-इन रिलेशनशिप में प्रेमी उदित जायसवाल के साथ रह रही थी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। शुरुआती पूछताछ में रोशनी खान ने बताया कि रात में उसका पति शाहरुख खान उनके घर आया था और दोनों के बीच विवाद हुआ था। उसके बाद उसने अपने पति पर बेटी की हत्या का आरोप लगाया।
पुलिस ने जब मामले की गहनता से जांच की तो रोशनी खान की बातों में असमानताएँ पाई गईं। जांच में यह सामने आया कि महिला अपने पति से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे प्रेमी उदित जायसवाल के साथ रह रही थी और शाहरुख खान से उसका विवाद हुआ था। शाहरुख से विवाद के बाद उसने अपनी बेटी को गला दबाकर मार डाला। इसके बाद, उसने अपने पति शाहरुख पर आरोप लगाकर पुलिस को झांसा देने की कोशिश की।
इंस्पेक्टर कैसरबाग ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि जांच में यह साफ हो गया है कि महिला ने जानबूझकर अपनी बेटी की हत्या की और फिर पति पर आरोप लगाकर मामले को उलझाने की कोशिश की। पुलिस ने रोशनी खान को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इंस्पेक्टर कैसरबाग ने बताया कि प्रारंभिक जांच में महिला ने खुद को बचाने के लिए पति शाहरुख पर हत्या का आरोप लगाया था। लेकिन हमारे पास अब महिला की बयानबाजी में गड़बड़ी के कारण साक्ष्य हैं। पुलिस ने रोशनी खान को हिरासत में लेकर गंभीर पूछताछ शुरू कर दी है। वह हत्या के कारणों की जानकारी देने में भी असफल रही है। हमें अब यह पूरा विश्वास है कि यह एक सोची-समझी साजिश थी।
पुलिस द्वारा यह मामला कोर्ट में भेजा जाएगा और महिला के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा। इसके साथ ही समाज में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता महसूस हो रही है।