

महोबा जिले के बबेड़ी गांव में चार अज्ञात बदमाशों ने तड़के सुबह घर में घुसकर महिला को बंधक बनाया और पौने पचास हजार रुपये नगदी व लाखों रुपये के सोने चांदी के जेवरात लूट कर फरार हो गए।
महोबा की दहशत भरी रात
Mahoba: उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में तड़के सुबह एक सनसनीखेज वारदात ने इलाके को झकझोर दिया। बेखौफ बदमाशों ने बबेड़ी गाँव स्थित जगराम यादव उर्फ़ टिर्रा के घर में घुस कर घर की छोटी बहू को बंधक बना लिया और नगदी व जेवरात लूट कर फरार हो गए। इस वारदात में पचास हजार रुपये नगदी और लाखों रुपये की कीमत के सोने चांदी के आभूषण लूटे गए। घटना की सूचना पाते ही जिला पुलिस एवं उच्च अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
वारदात कबरई थानाक्षेत्र के बबेड़ी गाँव की है। बताया गया है कि घटना शनिवार रात तड़के करीब 3:30 बजे हुई। घर के पुरुष मकान की छत पर और महिलाएँ आँगन में सो रही थीं। तभी चार अज्ञात बदमाश चुपके से घर में दाखिल हुए और चोरी की तैयारी कर रहे थे। घर के अंदर हुई आहट से जगराम की छोटी बहू की नींद खुल गई। जब वह अंदर पहुंची, तो बदमाशों ने हाथ पैर बाँध कर उसे बंधक बना लिया।
महोबा की दहशत भरी रात
घटना की सूचना मिलते ही डीआईजी चित्रकूट धाम रेंज बाँदा राजेश एस., पुलिस अधीक्षक महोबा प्रबल प्रताप सिंह तथा सीओ सदर अरुण कुमार सिंह समेत अन्य उच्चाधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्वाट, सर्विलांस, फील्ड यूनिट और फोरेंसिक टीमें तैनात कर जांच की गहनता सुनिश्चित की है। मौके पर जाकर पुलिस ने छत आँगन का निरीक्षण, घर के अंदर बाहर की फुटप्रिंट, वास्तुस्थिति, दरवाजे खिड़कियों के लॉक हाथी की स्थिति तथा खिड़की दरवाजों के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की लोकेशन का सर्वे किया।
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जगराम यादव की छोटी बहू व परिवार के अन्य सदस्य पूर्ण रूप से सदमे में हैं। परिवार के लोग बातचीत भी नहीं कर पा रहे हैं तथा घटना की भयावहता से गहरे दुःख प्रदर्शित कर रहे हैं। गांव में लोग घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था, पुलिस सतर्कता और मार्गदर्शन की कमी की बातें कर रहे हैं। छोटी बहू ने बताया कि वे अक्सर देर रात तक जागते नहीं, क्योंकि अन्य घरों की तरह इस गाँव में चोरी डकैती के मामले कम होते थे। लेकिन इस घटना ने यह विश्वास ही हिला दिया है। गांव के बुजुर्ग और अन्य लोग मांग कर रहे हैं कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए गाँवों में सुरक्षित चौकियाँ, पुलिस गश्त और स्थानीय जागरूकता बढ़ाई जाए।