

मध्यान्ह भोजन के लिए शासन से आई धनराशि को अवैध ढंग से निकालने के आरोप में दो के खिलाफ मामला दर्ज। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
थाना कोतवाली फरेंदा (सोर्स- रिपोर्टर)
महराजगंज : यूपी के महराजगंज जिले के फरेंदा कस्बे से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। फरेंदा स्थित अशासकीय सहायता प्राप्त एम. एस. लारी इस्लामियां जूनियर हाईस्कूल की पूर्व प्रधानाध्यापिका और अभिभावक संघ के अध्यक्ष पर शासन द्वारा मिलने वाली मध्यान्ह भोजन योजना की राशि को अवैध तरीके से निकालने और गबन करने का आरोप लगा है। इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, फरेंदा के अशासकीय सहायता प्राप्त एम. एस. लारी इस्लामियां जूनियर हाईस्कूल की पूर्व प्रधानाध्यापिका आशमा खातून और अभिभावक संघ के अध्यक्ष निशार अहमद पर आरोप है कि उन्होंने शासन से मिलने वाली कन्वर्जन कास्ट (विधानिक परिवर्तित मूल्य) की राशि को विद्यालय के खाते से अवैध रूप से निकालकर उसका दुरुपयोग किया। यह राशि विद्यालय के मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत आती थी, जिसका उद्देश्य छात्रों को मुफ्त में मध्याह्न भोजन प्रदान करना था।
दरअसल, इस मामले की शुरुआत तब हुई, जब फरेंदा निवासी जावेद अहमद खान ने 2021 में महराजगंज के पूर्व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश यादव से इस संबंध में शिकायत की। जावेद अहमद के अनुसार, विद्यालय की पूर्व प्रधानाध्यापिका और अभिभावक संघ के अध्यक्ष ने जानबूझकर फंड का गबन किया था।
वहीं शिकायत के बाद, तत्कालीन बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस मामले की जांच के लिए निवर्तमान खंड शिक्षा अधिकारी पिंगल प्रसाद राणा को निर्देशित किया। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद, फरेंदा के निवर्तमान खंड शिक्षा अधिकारी पिंगल प्रसाद ने स्थानीय पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आशमा खातून और निशार अहमद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी।
इसके बाद, फरेंदा पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 406 (आपत्तिजनक संपत्ति का गबन) के तहत पूर्व प्रधानाध्यापिका आशमा खातून और निशार अहमद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है और मामले की जांच जारी है। वहीं स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है, लोगों ने मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।