

उत्तर प्रदेश क महराजगंज में कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी ने महत्वपूर्ण बैठक किया गया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी ने बैठक किया
महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज में कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी ने महत्वपूर्ण बैठक किया है। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले के प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों की कार्यप्रणाली, शैक्षणिक कार्यकर्मो और विकास कार्यों की समीक्षा करना था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, अवसर पर उन्होने शिक्षा विभाग से जुडी विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस बैठक में जिल के स्कूलों में सुधार लाने और शिक्षण व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव भी प्रस्तपत किए गए।
इस बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई। उन्होने विशेष रूप से ऑपरेशन कायाकल्प की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। जिलाधिकारी ने शौचालयों की टाइलिंग, मल्टीपल हैंडवाश जैसे आवश्यक सुविधाओं को सही ढंग से पूरा करने का निर्देश दिया गया। उन्होने कहा कि इन सुविधाओं को शत-प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए ताकि विद्यालयों में स्वच्छता और स्वास्थय सुरक्षा का वातावरण बन सके। इसेक साथ ही उन्होने वनटांगिया ग्रामों में स्थित सभी विद्यालयों में जुलाई तक सौर पैनलों की स्थापना का निर्देश दिया गया। दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए अनुकुल शौचालय बनाने पर भी जोर दिया गया। इस मामले में जिलाधिकारी ने साफ कहा कि इन कायाकल्प कार्यों को मिशन मोड पर पूरा किया जाए ताकि जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके।
इस औचक निरीक्षण में शिक्षकों की उपस्थित संतोषजनक नही पाई गई। इस पर उन्होने नाराजगी व्यक्त की और स्पष्ट किया कि शिक्षकों की उपस्थित 90 प्रतिशत से अधिक होनी चाहिए। इसके लिए उन्होने जिला विद्यालय निरीक्षक को कड़ी निगरानी और निरीक्षण का निर्देश दिया गया। यह कदम शिक्षकों की समयबद्ध उपस्थित सुनिश्चित करने और शिक्षण व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए उठाया गया है।
इस निरीक्षण में जिलाधिकारी ने जिला टास्क फोर्स और बीटीएफ द्वारा विद्यालयों का शप—्रतिशत निरीक्षण करने का आदेश दिया। उन्होने कहा कि विद्यालयों का नियमित निरीक्षण शिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने औक समस्याओं का शीघ्र निस्तारण करवे के लिए आवशेयक है। उन्होंने पाठ्य पुस्तकों का समय पर वितरण सुनिश्चित करने को भी कहा। इससे विद्यार्थियों को समय से किताबें मिल सकें और अध्ययन में बाधाएं न आएं। बैठक में यह भी तय किया गया कि सत्र शुरू होने से पहले परिषदीय विद्यालयों में भर्ती प्रक्रिया को तेज किया जाए। इसके लिए "स्कूल चलो अभियान" को मिशन मोड पर चलाने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक वातावरण बनाना प्रत्येक शिक्षक और कर्मचारी की जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए सभी को अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठा से निभानी चाहिए। इससे न केवल विद्यार्थियों का शैक्षणिक विकास होगा, बल्कि जिले में शिक्षा का स्तर भी ऊंचा उठेगा।