

सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के समाजवादी पार्टी के खिलाफ लगातार दिए जा रहे बयानों पर प्रतिक्रिया आई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मऊ के घोसी लोकसभा क्षेत्र से सपा सांसद राजीव राय
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच दरार बढ़ती नजर आ रही है। अब राज्य के सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के समाजवादी पार्टी के खिलाफ लगातार दिए जा रहे बयानों पर प्रतिक्रिया आई है। सपा ने कहा है कि इमरान मसूद भाजपा की मदद कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी को इस पर संज्ञान लेने की जरूरत है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, मऊ के घोसी लोकसभा क्षेत्र से सपा सांसद राजीव राय ने कहा कि इमरान मसूद न तो कांग्रेस द्वारा अधिकृत हैं, न ही वह इंडिया अलायंस के प्रवक्ता हैं और न ही वह उत्तर प्रदेश के प्रभारी हैं। वह खुद समाजवादी पार्टी के समर्थन से जीते सांसद हैं। उन्हें ऐसी भाषा नहीं बोलनी चाहिए जिसकी भारतीय जनता पार्टी अपेक्षा करती है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में अच्छी जीत दर्ज की है। जब भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर यूपी में चुनाव लड़ रही थी, तब हमने उन्हें हरा दिया था। ऐसे बयान देना जिससे भाजपा को फायदा हो, निराधार बयानबाजी है। उन्हें इससे बचना चाहिए। वह ऐसी भाषा क्यों बोल रहे हैं जो भाजपा चाहती है। उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि उनका मुकाबला भाजपा से है या समाजवादी पार्टी से। दोनों पार्टियों का शीर्ष नेतृत्व जो भी फैसला करेगा, हम वही कहेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं अपने बयान पर कायम हूं। जो भी ऐसी भाषा बोलता है, चाहे वह इमरान मसूद हो या कोई और, जो भी शीर्ष नेतृत्व से अलग बयान देता है जिससे भाजपा को फायदा होता है, वह गठबंधन को कमजोर करता है। ऐसे लोग ही भाजपा को फायदा पहुंचाते हैं। सपा नेता ने कहा कि मैं अपनी पार्टी का प्रवक्ता और सांसद हूं। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष (अखिलेश यादव) ने बार-बार कहा है कि भारत गठबंधन था और रहेगा। कांग्रेस को इसका संज्ञान लेना चाहिए। मुझे लगता है कि अगर भाजपा और उनकी सरकार को हराना है तो वे संज्ञान लेंगे या उन्हें बताएंगे कि किस तरह के बयानों से बचना है।
वहीं, सपा सांसद राजीव राय द्वारा कांग्रेस सांसद इमरान मसूद को लेकर दिए गए इस बयान पर इमरान की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। जिसमें उन्होंने कहा कि मुझे भाजपा का एजेंट कहने वाले पहले यह बताएं कि संसद में किसने कहा कि हम चाहते हैं कि मोदी जी फिर से जीतें। यूपी में मुस्लिम लीडरशिप को किसने खत्म किया? आजम खान और इरफान सोलंकी की दुर्दशा पर वे चुप क्यों हैं? कल्याण सिंह और साक्षी महाराज को किसने अपनी पार्टी में शामिल किया? वे मुसलमानों का नाम नहीं लेते।
इमरान मसूद ने कहा कि उन्हें बताना चाहिए कि अखिलेश यादव की पीडीए में मुसलमान कहां हैं? वे इसे अल्पसंख्यक कहते हैं। उन्होंने वक्फ बिल पर कितने संशोधन दिए? समाजवादी पार्टी के लोग कोर्ट में कहां लड़ रहे हैं? उन्हें सिर्फ मुस्लिम वोट चाहिए, क्या उन्हें हिस्सा नहीं मिलेगा? क्या यह सिर्फ अपनी कालीन बिछाने के लिए है। मुसलमानों ने हमेशा समाजवादी पार्टी को वोट दिया है, लेकिन उन्हें क्या मिला? उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी मुझ पर एजेंट होने का आरोप लगा रही है, उन्हें अपना इतिहास देखना चाहिए। हम भिखारी नहीं हैं कि वे हमें सीटें देंगे और हम ले लेंगे। इस पर फैसला बराबर का होगा। मुस्लिम मतदाताओं ने राहुल गांधी को वोट दिया है। वे अकेले लड़ रहे हैं।