लखनऊ: नेपाल से यूपी तक मादक पदार्थों की तस्करी, लखनऊ में ऐसे दबोचे तस्कर

यूपी एसएसटीएफ अपराधियों की जड़ें उखाड़ने में लगी है। इसी कड़ी में एसटीएफ ने नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई की है।

Post Published By: Jay Chauhan
Updated : 9 July 2025, 5:09 PM IST
google-preferred

लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने नेपाल से मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का खुलाशा किया है। एसटीएफ ने गैंग के दो सदस्यों को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 1.540 किग्रा चरस बरामद की गई है जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 10 लाख रूपये आंकी गई है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार  गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान मनीष तिवारी पुत्र स्व० संतोश त्रिपाठी नि० रकौली पो० खजूरी, थाना खजनी, जनपद गोरखपुर और सुधीर पाण्डेय पुत्र केशव पाण्डेय नि०-पिअपुरवा, थाना मढ़ौरा, सारन बिहार के रूप में हुई है।

एसटीएफ ने अभियुक्तों से 1.540 कि०ग्रा० ग्राम चरस, 2 मोबाइल फोन, 1 आधार कार्ड और 1550 रुपए बरामद किये हैं।

अभियक्तों से मादक पदार्थ बरामद

एसटीएफ ने आरोपियों की गिरफ्तारी मंगलवार शाम को विराज टावर से 50 मीटर आगे भाहीद पथ सर्विस रोड, थाना क्षेत्र विभूतिखण्ड, लखनऊ से की।

जानकारी के अनुसार एसटीएफ उत्तर प्रदेश को काफी समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में नेपाल से मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें मिल रहीं थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की टीमों को सूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था।

इसी क्रम में श्री प्रमेश कुमार शुक्ल, पुलिस उपाधीक्षक अधीक्षक, एसटीएफ उ०प्र०, लखनऊ के पर्यवेक्षण में एस०टी०एफ० मुख्यालय में एक टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।

इस दौरान एसटीएफ को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि 2 शख्स कानपुर से अवैध मादक पदार्थ (चरस) को लेकर जनपद लखनऊ होते हुए गोरखपुर जायेगें, यदि शीघ्रता की जाये तो पकडे जा सकते हैं।

मुखबिर से मिली सूचना पर एसटीएफ ने टीम गठित कर मुखबिर के बताये गये स्थान पर मुखबिर की निशादेही पर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी की गयी।

गिरफ्तार अभियुक्तों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि मनीष त्रिपाठी के पिता संतोष विगत ढाई वर्षों से नेपाल के वीरगंज जेल में एक एक्सीडेन्ट के प्रकरण में बन्द हैं। इसी जेल में अभियुक्त सुधीर पाण्डेय भी लगभग दो वर्षों तक रहा है।

उन्होंने बताया कि नेपाल वीरगंज निवासी संजीत शाह अवैध चरस का कारोबार नेपाल से उ०प्र० के विभिन्न जनपदों में करता है, जो सुधीर पाण्डेय का परिचित है। जेल से छूटने के उपरान्त संतोष तिवारी के कहने पर सुधीर व मनीष त्रिपाठी नौबस्ता कानपुर से चरस लेने गये थे, जिसकी डील संजीत शाह द्वारा की गयी थी। इस डील में दस किग्रा0 से अधिक चरस की डील होनी थी परन्तु माल का पैसा न देने के कारण पूरी डील सम्भव नही हो पाई।

वीरगंज जेल में बंद संतोश के कहने पर यह माल गोरखपुर लाया जाना था, जहां से रोहतक, हरियाणा निवासी बलजीत उर्फ ताऊ के लड़के को दिया जाना था परन्तु इसी दौरान लखनऊ में पकड़ लिये गये।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ थाना विभूतिखण्ड, कमि० लखनऊ में संबंधित धाराओं में मु0अ0सं0-258/2025 धारा-8/20 एन०डी०पी०एस० मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की आगे की जांच में जुट गई है।

Location : 

Published :