

गोरखपुर के गोला तहसील के लेखपाल संघ ने चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपकर अंतर मंडलीय स्थानांतरण आदेश जल्द जारी करने की मांग की। लेखपालों ने बताया कि वे गृह जनपद से सैकड़ों किलोमीटर दूर कार्यरत हैं, जिससे पारिवारिक, स्वास्थ्य और वैवाहिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। महिला लेखपालों ने भी सामाजिक चुनौतियों को साझा किया। विधायक ने समर्थन का आश्वासन दिया। लेखपालों की यह अपील अब एक मानवीय सवाल बन गई है, जिसे जल्द सुलझाया जाना जरूरी है।
लेखपाल संघ ने विधायक राजेश त्रिपाठी को सौंपा ज्ञापन
Gorakhpur News: गोरखपुर जिले के गोला तहसील लेखपाल संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी से उनके आवास पर मुलाकात कर अंतर मंडलीय स्थानांतरण आदेश जल्द जारी करने की मांग को लेकर एक महत्वपूर्ण ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में लेखपालों ने न केवल सरकारी नीति से जुड़ी देरी की ओर ध्यान दिलाया, बल्कि अपनी पारिवारिक, सामाजिक और भावनात्मक समस्याओं को भी गंभीरता से उठाया।
“500 से 1000 किलोमीटर दूर ड्यूटी कर रहे हैं, परिवार टूट रहा है”
लेखपालों ने विधायक को बताया कि वे अल्प वेतनभोगी कर्मचारी हैं और अधिकांश निम्न या मध्यम वर्गीय परिवारों से आते हैं। कई लेखपाल अपने गृह मंडल से सैकड़ों किलोमीटर दूर कार्यरत हैं, जिससे उन्हें न केवल भावनात्मक रूप से परिवार से अलग रहना पड़ता है। बल्कि आर्थिक बोझ भी लगातार बढ़ता जा रहा है। एक लेखपाल ने कहा, “हम माता-पिता की बीमारी में पास नहीं होते, बच्चों की परवरिश अधूरी रह जाती है और वैवाहिक जीवन तनावपूर्ण हो जाता है। क्या यह उचित है?”
महिला लेखपालों ने भी रखी अपनी व्यथा
ज्ञापन में महिला लेखपालों ने बताया कि सुदूर जिलों में पोस्टिंग के कारण कई की शादी नहीं हो पा रही, और कई वैवाहिक जीवन में कठिनाइयों का सामना कर रही हैं। “कई महिला लेखपाल अकेलेपन से जूझ रही हैं, और सामाजिक असुरक्षा के डर में जी रही हैं। स्थानांतरण में देरी उनके लिए दोहरी मार है।”
स्थानांतरण प्रक्रिया आदेश अधर में, असमंजस बरकरार
ज्ञापन में बताया गया कि 23 अगस्त 2018 को शासन ने अंतर मंडलीय स्थानांतरण की नीति जारी की थी।दो चरणों में लगभग 700 लेखपालों का स्थानांतरण हो चुका है। मई 2025 के अंतिम सप्ताह में तीसरे चरण के लिए ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए थे। लेकिन अब तक स्थानांतरण आदेश जारी नहीं किए गए, जिससे लेखपालों में निराशा और असमंजस का माहौल है।
विधायक से की शासन स्तर पर हस्तक्षेप की मांग
प्रतिनिधिमंडल ने विधायक राजेश त्रिपाठी से मांग की कि वे लेखपालों की इन मानवीय समस्याओं को शासन स्तर पर उठाएं और जल्द आदेश जारी कराने के लिए हस्तक्षेप करें। विधायक ने लेखपालों की बातें गंभीरता से सुनीं और समर्थन का आश्वासन भी दिया।