

कानपुर की जीविका ने 95.5% अंक प्राप्त कर राज्य में 9वीं रैंक प्राप्त किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कानपुर की जीविका श्रीवास्तव को 12वीं में 95.40% अंक मिले
कानपुर: कानपुर के ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज की मेधावी छात्रा जीविका श्रीवास्तव ने इस वर्ष इंटरमीडिएट परीक्षा में टॉप किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, जीविका ने 95.5% अंक प्राप्त किए, जिसके कारण वह न केवल विद्यालय में बल्कि राज्य स्तर पर भी प्रमुख स्थान पर रहीं। राज्य में उन्हें 9वीं रैंक प्राप्त हुई है, जो उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है।
जीविका श्रीवास्तव का प्रेरणादायक सफर
जीविका के पिता नीरज श्रीवास्तव जलकल विभाग में रेवेन्यू इंस्पेक्टर हैं और उनकी मां पूर्णिमा श्रीवास्तव हाउसवाइफ हैं। जीविका ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता के समर्थन और अपनी मेहनत को दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि इस बार उन्हें अच्छे अंक मिलेंगे, लेकिन कंप्यूटर साइंस का पेपर अच्छा नहीं होने के कारण अंक थोड़े कम हो गए। फिर भी उन्होंने अपनी मेहनत से अपनी जगह बनाई और सभी को अपनी कड़ी मेहनत के परिणाम से अवगत कराया।
इंजीनियरिंग में करियर बनाना चाहती जीविका
जीविका ने कहा कि उनका अब अगला लक्ष्य इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ने का है। उन्होंने बताया कि वे भविष्य में विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती हैं और इसके लिए वह पूरी तरह से तैयार हैं।
सोशल मीडिया से दूर रहकर की मेहनत
जीविका ने अपनी सफलता के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखने को बताया। उन्होंने कहा, "सोशल मीडिया से समय बर्बाद होता है, खासकर परीक्षा के दौरान। इसलिए, मैंने परीक्षा के दो महीने पहले ही सोशल मीडिया का उपयोग पूरी तरह से बंद कर दिया था और पूरे साल टीवी भी नहीं देखा।" उनका मानना है कि यदि हम अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं, तो हमें स्कूल द्वारा दिए गए गाइडलाइन्स का पालन करना चाहिए और अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहिए।
जीविका की बड़ी बहन इशिका भी है प्रेरणा
जीविका की बड़ी बहन इशिका श्रीवास्तव भी इसी विद्यालय की छात्रा हैं और उन्होंने 93% अंक हासिल किए हैं। इशिका भी जीविका के लिए प्रेरणा का स्रोत रही हैं और दोनों बहनें एक-दूसरे की सफलता को लेकर बहुत खुश हैं।
लड्डू खिलाकर किया मुंह मीठा
जीविका की सफलता पर उनके शिक्षकों ने उन्हें बधाई दी और खुशी के इस मौके पर लड्डू खिलाकर मुंह मीठा कराया। विद्यालय के शिक्षकों ने उनकी मेहनत और सफलता को सराहा और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
परीक्षा में शामिल हुए 46,883 विद्यार्थी
इस वर्ष 12वीं की परीक्षा में कुल 46,883 विद्यार्थियों ने भाग लिया था। परीक्षा को सफल बनाने के लिए शहर में कुल 123 केंद्र बनाए गए थे। इस बार का परिणाम पिछले साल के मुकाबले बेहतर रहा है, 2023-24 के रिजल्ट में 86.83% विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त की, जो कि 2022-23 के परिणाम से लगभग 6% अधिक था।