

देवरिया के खास मोहल्ले में सड़क के बीच जर्जर बिजली का खंभा मौत का खतरा बन गया है। सैकड़ों कनेक्शन, करंट का डर और बारिश का मौसम इसे और खतरनाक बना रहे हैं।
बिजली के खंंभें से हादसे की आशंका
Deoria: देवरिया शहर के सदर कोतवाली क्षेत्र में स्थित खास मोहल्ले की सड़क पर एक जर्जर बिजली का खंभा मौत का खुला निमंत्रण दे रहा है। यह खंभा, जो सड़क के ठीक बीचों-बीच खड़ा है, न केवल जर्जर हालत में है, बल्कि इस पर सैकड़ों विद्युत उपभोक्ताओं के कनेक्शन भी जुड़े हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, स्थानीय निवासियों के लिए यह रास्ता बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहीं से ताजिया, दुर्गा पूजा की मूर्तियां और विवाह जैसे मांगलिक कार्यक्रमों का जुलूस गुजरता है। लेकिन इस खंभे की खराब हालत और उसमें कभी-कभी होने वाला करंट का प्रवाह लोगों के लिए जानलेवा खतरा बन गया है।
स्थानीय लोगों ने जताई खतरे की आशंका
वहीं मोहल्ले वालों का कहना है कि यह खंभा लंबे समय से अपनी जगह पर डटा हुआ है और इसकी स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है। बारिश का मौसम शुरू होने के साथ ही खतरा और बढ़ गया है। बिजली का करंट सड़क तक पहुंचने की आशंका ने लोगों की नींद उड़ा दी है। स्थानीय निवासी उमेश रावत, विजय रावत, मनोज मद्धेशिया, सुरेंद्र तिवारी, अनिल मौर्य, रवि भारती, राजू, सूरज शर्मा, आदित्य राय, रंभा देवी, ओम प्रकाश जायसवाल, संजय श्रीवास्तव, सत्यवान श्रीवास्तव, जगदीश लाल और बृजेश लाल श्रीवास्तव ने एक स्वर में बताया कि इस खंभे को हटाने की मांग को लेकर कई बार विद्युत विभाग को आवेदन दिया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
रोजाना रास्ते से गुजरते हैं सैकड़ों लोग
लोगों का आरोप है कि विद्युत विभाग के जिम्मेदार अधिकारी किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं। बारिश के मौसम में अगर यह खंभा गिर गया या इसमें करंट दौड़ा, तो एक बड़ा हादसा होना तय है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह खंभा न केवल उनके लिए, बल्कि बच्चों और बुजुर्गों के लिए भी खतरा है, जो रोजाना इस रास्ते से गुजरते हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने जब मौके का जायजा लिया, तो स्थिति की गंभीरता और स्पष्ट हो गई। खंभे की जर्जर हालत और उससे लटकते तार किसी अनहोनी की आहट दे रहे हैं। लोगों ने सवाल उठाया कि आखिर विभाग इतनी बड़ी लापरवाही क्यों बरत रहा है? क्या एक हादसे के बाद ही उनकी नींद खुलेगी? निवासियों ने प्रशासन और विद्युत विभाग से तत्काल इस खंभे को हटाने और वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की है। अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो बारिश के इस मौसम में कोई बड़ा हादसा हो सकता है, जिसकी जिम्मेदारी विद्युत विभाग की होगी।