

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर जौनपुर जंक्शन पर भी देखन को मिल रहा है। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
जौनपुर जंक्शन से यात्रियों ने रद्द कराया टिकट
जौनपुर: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर जौनपुर जंक्शन पर भी दिख रहा है। 22 अप्रैल से 10 मई तक के 19 दिनों के दौरान, यात्रियों ने जौनपुर जंक्शन से कुल 674 टिकट रद्द कराए हैं। इन रद्द की गई टिकटों पर लगभग 1270 यात्रियों ने अपनी यात्रा कैंसिल की है। रेलवे ने इन यात्रियों को मिलाकर करीब 9.62 लाख रुपये की राशि वापस लौटाई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस अवधि में रद्द हुए टिकटों में से लगभग 60% यात्रा जम्मू और पंजाब की ओर जाने वाले यात्रियों के थे। हालिया समय में, पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के कारण क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, जिससे लोग जम्मू, पंजाब, और राजस्थान आदि जगहों पर यात्रा करने से कतरा रहे हैं।
जौनपुर जंक्शन पर प्रतिदिन 36 जोड़ी ट्रेनों का आवागमन होता है, और लगभग चार से पांच हजार यात्रियों का प्रवेश और निकास होता है। लेकिन पिछले कुछ समय से यात्रियों की संख्या में कमी आई है। जौनपुर जंक्शन पर टिकट रद्द कराने आए एक यात्री, बक्शा निवासी रामफेर मौर्या ने बताया कि वह बेगमपुरा ट्रेन से पठानकोट जाना चाहते थे, लेकिन परिवार ने दोनों देशों के बीच तनाव को देखते हुए यात्रा से मना कर दिया।
इसी तरह, बदलापुर निवासी पंकज सिंह ने कहा, "मैं जालंधर जाने के लिए टिकट लेने आया था, लेकिन वर्तमान स्थिति के कारण अभी जाने की इच्छा नहीं हो रही है।"
जौनपुर जंक्शन के आरक्षण प्रभारी सुनील मिश्रा ने भी इस बात की पुष्टि की है कि जौनपुर से होकर गुजरने वाली ट्रेनों - बेगमपुरा एक्सप्रेस, शियालदह एक्सप्रेस, हिमगिरी एक्सप्रेस, और गाजीपुर कटरा एक्सप्रेस - के करीब 60% यात्रियों ने अपने टिकट रद्द करा दिए हैं।
हालांकि रेलवे ने यात्रियों की बढ़ती चिंताओं को समझते हुए उचित कदम उठाने की कोशिश की है, लेकिन ऐसी स्थिति में यात्रियों की मानसिकता के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि वे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और यात्रा को सुरक्षित बनाना चाहते हैं।
ऐसे में सभी यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा करने से पहले संबंधित जानकारी प्राप्त करें और अपनी यात्रा की योजना को उसी अनुसार बनाएं