

दीप्ति शर्मा ने अपनी साथी और जूनियर खिलाड़ी आरुषि गोयल पर चोरी का आरोप लगाया है। मामला काफी गंभीर बनता जा रहा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट
भारतीय महिला क्रिकेटर दीप्ति शर्मा
आगरा: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की प्रसिद्ध ऑलराउंडर और यूपी पुलिस में DSP पद पर तैनात दीप्ति शर्मा एक बड़ी धोखाधड़ी का शिकार हुई हैं। उन्होंने अपनी ही टीम की जूनियर खिलाड़ी आरुषि गोयल और उसके माता-पिता पर करीब 30 लाख रुपये की ठगी के साथ फ्लैट में चोरी का गंभीर आरोप लगाया है। यह मामला आगरा के सदर थाने में दर्ज किया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, दीप्ति के भाई सुमित शर्मा ने गुरुवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिसमें बताया कि आरुषि ने उनकी बहन से व्यक्तिगत ज़रूरत बताकर अलग-अलग समय पर करीब 25 लाख रुपये उधार लिए और वापस नहीं किए। जब पैसे मांगे गए तो अभद्रता की गई और साफ इनकार कर दिया गया।
दोस्ती से धोखा तक का सफर
शिकायत में बताया गया कि दीप्ति और आरुषि दोनों भारतीय महिला क्रिकेट टीम में साथ खेल चुकी हैं। दोनों के बीच अच्छा तालमेल और भरोसा था। इसी भरोसे का फायदा उठाते हुए आरुषि और उसके माता-पिता ने दीप्ति से दो सालों में कई बार पैसे उधार लिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही पूरी राशि लौटा देंगे।
फिर कैसे शुरू हुआ विवाद?
एक साल बीत जाने के बाद भी जब पैसे वापस नहीं मिले तो दीप्ति ने जब रुपये मांगने शुरू किए। तब जवाब में बहानेबाजी, फिर अभद्रता और अंत में इनकार मिलने लगा। इस पर दीप्ति ने आरुषि से दूरी बना ली और उसे अपने फ्लैट पर आने से रोक दिया।
फ्लैट में सेंधमारी के साथ चोरी का आरोप
सुमित शर्मा ने पुलिस को बताया कि दीप्ति आगरा के राजेश्वर मंदिर क्षेत्र में स्थित एक फ्लैट में रहती हैं। 22 अप्रैल को जब दीप्ति विदेश दौरे पर थी। उसी दौरान आरुषि वहां पहुंची और कथित तौर पर फ्लैट का ताला तोड़कर अंदर घुसी। उसने वहां से सोने-चांदी के जेवरात, करीब 2500 अमेरिकी डॉलर और अन्य सामान बैग में भरकर ले लिया। इतना ही नहीं जाते-जाते उसने फ्लैट पर अपना ताला डाल दिया।
अगली सुबह का खुलासा
23 अप्रैल को आरुषि ने दीप्ति को फोन कर बताया कि फ्लैट में उसका कुछ सामान है, जिसे निकालना है। दीप्ति ने विदेश से अपने भाई सुमित को फ्लैट पर भेजा, लेकिन दरवाजा नहीं खुला। आरुषि दूसरी चाबी लेकर पहुंची और ताला खोल दिया। इस दौरान उसने कुछ सामान दिखाने की बात कही और वहां से चली गई। जब आसपास के लोगों से पूछताछ की गई, तब पता चला कि आरुषि पहले ही दिन चोरी कर चुकी थी। बाद में सीसीटीवी फुटेज में भी यह पुष्टि हुई।
पुलिस में एफआईआर दर्ज
घटना की जानकारी मिलते ही दीप्ति शर्मा के परिवार ने 21 मई को सदर थाने में शिकायत दी। इस पर थाना प्रभारी निरीक्षक विजय विक्रम सिंह ने बताया कि आरुषि गोयल और उसके माता-पिता के खिलाफ धोखाधड़ी और चोरी के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है। कुल ठगी की राशि लगभग 30 लाख रुपये आंकी गई है।