

पनियरा थाना क्षेत्र में एक ट्रक मालिक की ऑनलाइन शिकायत के बाद सब इंस्पेक्टर ने बदले की भावना से वैध कागजात के बावजूद ट्रक को सीज कर 15 हजार का चालान काट दिया। पीड़ित ने मुख्यमंत्री और उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर न्याय की मांग की है।
पीड़ित ट्रक मालिक
Maharajganj: पनियरा थाना क्षेत्र में पुलिसिया दबंगई का एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां एक ट्रक मालिक की ऑनलाइन शिकायत के बाद स्थानीय दरोगा ने कार्रवाई करते हुए न सिर्फ वाहन को सीज कर दिया, बल्कि 15 हजार रुपये का चालान भी काट दिया। यह मामला अब तूल पकड़ रहा है और पीड़ित ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ग्राम पंचायत इलाहाबाद निवासी राम अचल सिंह का आरोप है कि उनका ट्रक 10 सितंबर की रात धान की भूसी गोरखपुर स्थित एक फैक्ट्री में उतारकर लौट रहा था। इसी दौरान पनियरा कस्बे में गश्त कर रहे एक सब इंस्पेक्टर ने वाहन को रोक लिया और कागजात की मांग की। राम अचल के अनुसार, सभी कागजात दुरुस्त थे, फिर भी दरोगा ने गाली-गलौज करते हुए मारपीट की और जब ‘लेन-देन’ नहीं हुआ तो ट्रक को जब्त कर लिया।
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Maharajganj: पनियरा थाना क्षेत्र में एक ट्रक मालिक की ऑनलाइन शिकायत पर भड़के दरोगा ने गाड़ी सीज करने के बाद 15 हजार रुपये का चालान ठोक दिया।@Uppolice @maharajganjpol #crime pic.twitter.com/Wxzq8A0j71
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) September 28, 2025
राम अचल सिंह ने इस घटना की शिकायत IGRS पोर्टल पर दर्ज की और एसपी से भी मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग की। एसपी ने मामले की जांच क्षेत्राधिकारी (सीओ) को सौंप दी। जांच के बाद ट्रक को बमुश्किल थाने से छोड़ा गया। इसके बाद दरोगा ने पीड़ित से सुलह के लिए दबाव बनाना शुरू किया। जब बात नहीं बनी, तो 25 सितंबर को पनियरा इंटर कॉलेज के सामने खड़ी ट्रक की फोटो खींचकर 15,000 रुपये का चालान कर दिया, जबकि वाहन के सभी कागजात पूरे थे।
इस घटना के बाद, पीड़ित ट्रक मालिक राम अचल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीजीपी, आईजी और एसपी को पत्र भेजकर निष्पक्ष जांच और आरोपी दरोगा पर कार्रवाई की मांग की है। इस मामले ने पनियरा क्षेत्र में चर्चा का विषय बना दिया है। व्यापारियों और ट्रांसपोर्ट मालिकों में पुलिस के इस रवैये को लेकर नाराजगी है। लोगों का कहना है कि जब कानून के रक्षक ही कानून का दुरुपयोग करने लगें तो आम जनता कहां जाए?