

भदोही विधायक जाहिद बेग के परिवार से जुड़ा नाबालिग नौकरानी का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। इस केस में इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत
भदोही: समाजवादी पार्टी के भदोही विधायक जाहिद बेग के परिवार से जुड़ा नाबालिग नौकरानी का मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। इस केस में विधायक की पत्नी सीमा बेग को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका को मंज़ूरी दे दी है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, मामला तब सामने आया जब विधायक के घर से एक नाबालिग लड़की के काम करने की सूचना पर जिला प्रशासन व बाल कल्याण समिति ने हस्तक्षेप किया। इस मामले में भदोही कोतवाली में सीमा बेग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
नाबालिग किशोरी से घरेलू काम
जानकारी के मुताबिक, सीमा बेग पर आरोप है कि उनके घर में एक नाबालिग किशोरी से घरेलू काम करवाया जा रहा था, जो बाल श्रम निषेध कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन है। मामले में बढ़ते दबाव और संभावित गिरफ्तारी से बचने के लिए सीमा बेग ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी।
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कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया
7 जुलाई को इस याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था, जो अब सुनाया गया है। अदालत ने मामले के तथ्यों और प्रस्तुत दस्तावेजों के आधार पर सीमा बेग को गिरफ्तारी से राहत देते हुए अग्रिम जमानत मंजूर कर दी है।
परिवार पर गंभीर आरोप
इस पूरे प्रकरण ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है। विपक्षी दलों ने इस मामले पर सवाल उठाते हुए विधायक परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हालांकि, विधायक या उनकी पत्नी की ओर से अब तक कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
नाबालिग लड़की को लेकर दर्ज की गई रिपोर्ट
अब देखना होगा कि पुलिस विवेचना में आगे क्या निष्कर्ष निकलते हैं और नाबालिग लड़की को लेकर दर्ज की गई रिपोर्ट में कौन-कौन दोषी पाया जाता है। लेकिन हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद विधायक परिवार को फिलहाल बड़ी राहत जरूर मिल गई है।