

अयोध्या के सिविल लाइन स्थित आर्थो मेडिकल सेंटर में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। पूरी खबर के लिए पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
स्वास्थ्य विभाग की टीम
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां सिविल लाइन स्थित आर्थो मेडिकल सेंटर में इलाज के दौरान लापरवाही और गुणवत्ता को लेकर स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम को आईएमए के विरोध का सामना करना पड़ा। मामला एक ऑपरेशन में लगाए गए लापरवाही के आरोपों से जुड़ा है, जिसकी शिकायत भाजपा नेता मधु पाठक ने सीएमओ और जिलाधिकारी से की थी।
जांच के लिए गाठित हुई टीम
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, शिकायत के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा गठित पांच सदस्यीय जांच समिति अस्पताल पहुंची थी। जिसमें नोडल नर्सिंग डॉ. संदीप शुक्ला के नेतृत्व में टीम ने चिकित्सक का पक्ष जानने की कोशिश की, लेकिन चिकित्सक मौके पर मौजूद नहीं थे। टीम के वापस लौटने के बाद जांच समिति के एक अन्य सदस्य डॉ. अरविंद सिंह जब मौके पर पहुंचे, तो उन्हें आईएमए के डॉक्टरों के विरोध का सामना करना पड़ा।
जांच पर डॉ.अरविंद सिंह का बयान
डॉ.अरविंद सिंह ने कहा कि वे सीएमओ कार्यालय से रूटीन निरीक्षण के तहत आए थे, जिसमें बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण, लॉगबुक और एचआर से संबंधित दस्तावेजों की जांच शामिल थी। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिकायतों के निस्तारण के लिए स्वास्थ्य विभाग में एक सुनियोजित प्रक्रिया और शिकायत निवारण सेल कार्यरत है। आईएमए के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र बनौधा ने आरोप लगाया कि पंजीकृत चिकित्सकों के कागजात जमा होने के बावजूद कई क्लीनिक व नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है, और बिना पूर्व सूचना के अस्पतालों को सील करने की कार्रवाई हो रही है।
अस्पताल हुआ सील
आईएमए के अध्यक्ष ने कहा कि रुदौली के डॉ. मेराज के अली अस्पताल को भी बिना नोटिस सील कर दिया गया उन्होंने बताया कि वे सभी लोग सीएमओ से अली हास्पिटल सील करने की शिकायत लेकर मुलाकात करने गए थे।
आर्थो सेंटर के डॉक्टर के पास आया फोन
इसी दौरान अवध आर्थो सेंटर के डॉ. अब्दुससलाम के पास फोन आया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम हास्पिटल सील करने के लिए पहुंची है। उन्होंने कहा कि किसी काम्पलीकेशन को लेकर हुई शिकायत की जांच होनी चाहिए। चिकित्सक के पक्ष को भी सुनना चाहिए उसके बाद कोई कार्यवाही होना चाहिए।