गोरखपुर: शनिदेव की मूर्ति चोरी से ग्रामीणों में आक्रोश, प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव

गोपालापुर गांव में स्थित प्राचीन शिवमंदिर से बीती रात अज्ञात चोरों ने शनिदेव महाराज की पवित्र मूर्ति चोरी कर ली। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है और ग्रामीणों की धार्मिक भावनाओं को गहरा आघात पहुंचा है।

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 3 September 2025, 4:26 AM IST
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Gorakhpur: गोरखपुर में रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के गोपालापुर गांव में स्थित प्राचीन शिवमंदिर से बीती रात अज्ञात चोरों ने शनिदेव महाराज की पवित्र मूर्ति चोरी कर ली। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है और ग्रामीणों की धार्मिक भावनाओं को गहरा आघात पहुंचा है। सुबह जब ग्रामीण पूजा-अर्चना के लिए मंदिर पहुंचे तो मूर्ति के गायब होने की खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया। मंदिर परिसर में लोगों की भीड़ जमा हो गई और मूर्ति चोरी की घटना को लेकर गहरा आक्रोश व्यक्त किया गया। ग्रामीणों ने इसे न केवल धार्मिक आस्था पर हमला बताया, बल्कि मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।

स्थानीय निवासी और शिकायतकर्ता बेचुपजारी पुत्र सीताराम ने रामगढ़ताल थाने में तहरीर देकर बताया कि अज्ञात चोरों ने रात के अंधेरे में मंदिर से शनिदेव की मूर्ति चुरा ली। उन्होंने पुलिस से मांग की कि जल्द से जल्द मूर्ति बरामद की जाए और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो। ग्रामीणों का कहना है कि यह मंदिर न केवल उनकी आस्था का केंद्र है, बल्कि पूरे क्षेत्र की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक भी है। मूर्ति चोरी की इस घटना ने लोगों के दिलों को गहरी चोट पहुंचाई है।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम गठित की गई है, जो चोरों का पता लगाने और मूर्ति को बरामद करने के लिए तत्परता से काम कर रही है। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने और संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही मूर्ति बरामद नहीं हुई तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। इस घटना से क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है। लोग मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंतित हैं और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

इस घटना ने ना केवल स्थानीय लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है, बल्कि पुलिस और प्रशासन पर भी दोषियों को पकड़ने और मूर्ति को वापस लाने का दबाव बढ़ा दिया है।

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