

गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र में स्थित फॉरेस्ट क्लब में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक 17 वर्षीय नाबालिग यूट्यूबर के साथ दुष्कर्म की घटना ने सबको स्तब्ध कर दिया।
यूट्यूबर को बनाया हवस का शिकार
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र में स्थित फॉरेस्ट क्लब में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक 17 वर्षीय नाबालिग यूट्यूबर के साथ दुष्कर्म की घटना ने सबको स्तब्ध कर दिया। पुलिस ने इस जघन्य अपराध के मुख्य आरोपी, वीडियो ब्लॉगर मधुकर सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
क्या है पूरा मामला
डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट मुताबित 12 जून की शाम को यह दिल दहलाने वाली घटना घटी। पीड़िता, जो रील्स बनाने के लिए जानी जाती है, फॉरेस्ट क्लब में वीडियो शूटिंग के लिए पहुंची थी। उसके साथ मधुकर सिंह और उसके दो दोस्त, आदर्श सिंह समेत एक अन्य व्यक्ति मौजूद थे। शूटिंग का माहौल सामान्य था और शाम 6 बजे से काम शुरू हुआ। लेकिन रात 9 बजे शूटिंग खत्म होने के बाद कहानी ने भयावह मोड़ ले लिया।मधुकर सिंह ने किशोरी को कोल्ड ड्रिंक दी, जिसमें नशीला पदार्थ मिला हुआ था। नशे की हालत में किशोरी को एक कमरे में ले जाया गया, जहां रात 10 से 12 बजे के बीच मधुकर ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा
पीड़िता जब होश में आई, तो वह सदमे में थी और किसी तरह घर पहुंचकर अपने परिवार को आपबीती सुनाई। पुलिस की त्वरित कार्रवाई 19 जून को पीड़िता के पिता ने खोराबार थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पॉक्सो एक्ट और दुष्कर्म की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी मधुकर सिंह को गुरुवार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। अन्य दो युवकों, आदर्श सिंह और एक अन्य की भूमिका की जांच भी जारी है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और उसकी सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मियों की एक टीम तैनात की गई है।
रील्स की चमक-दमक के पीछे छिपे खतरे..
पीड़िता की हालत और काउंसलिंगघटना के बाद से किशोरी गहरे मानसिक सदमे में है। उसकी काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू की गई है ताकि वह इस दर्दनाक अनुभव से उबर सके। परिवार ने पुलिस से कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।सोशल मीडिया की चमक में छिपा खतरायह घटना सोशल मीडिया और रील्स की चमक-दमक के पीछे छिपे खतरों को उजागर करती है। खासकर नाबालिग लड़कियों के लिए, जो लोकप्रियता की चाह में अक्सर अनजान लोगों पर भरोसा कर लेती हैं। इस मामले ने समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बच्चों को ऑनलाइन दुनिया के खतरों के प्रति जागरूक करना कितना जरूरी है।