

गोरखपुर पुलिस ने एक बार फिर अपनी संवेदनशीलता, ईमानदारी और तत्परता का शानदार उदाहरण पेश किया है। शुक्रवार को कैंट थाना क्षेत्र की पुलिस ने एक रिटायर्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियर और विदेशी यात्री का खोया हुआ कीमती बैग…पढ़ें पूरी खबर
गोरखपुर पुलिस ने रातों-रात ढूंढ निकाला विदेशी यात्री का पासपोर्ट
Gorakhpur News: गोरखपुर पुलिस ने एक बार फिर अपनी संवेदनशीलता, ईमानदारी और तत्परता का शानदार उदाहरण पेश किया है। शुक्रवार को कैंट थाना क्षेत्र की पुलिस ने एक रिटायर्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियर और विदेशी यात्री का खोया हुआ कीमती बैग रातों-रात ढूंढकर उसे वापस किया। इस बैग में न केवल पासपोर्ट, आधार कार्ड और महत्वपूर्ण दस्तावेज थे, बल्कि 15 हजार नेपाली रुपये, 8 हजार भारतीय रुपये, दवाइयां और अन्य जरूरी सामान भी शामिल थे। इस कार्य से पुलिस ने न सिर्फ यात्री की उम्मीदों को जिंदा रखा, बल्कि “जनसेवा ही पुलिस का धर्म” की भावना को भी साकार किया।
क्या है पूरी खबर?
मामला 08-09 अक्टूबर की रात का है, जब महाराष्ट्र के पुणे निवासी रिटायर्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियर नेपाल के अन्नपूर्णा पर्वत श्रृंखला में ट्रैकिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर गोरखपुर लौट रहे थे। वे नेपाल से गोरखपुर की ओर एक रोडवेज बस से यात्रा कर रहे थे, तभी उनका बैग बस में ही छूट गया। बैग में बस का टिकट भी था, जिसके कारण बस की पहचान करना चुनौतीपूर्ण हो गया। परेशान यात्री ने गोरखपुर कैंट पुलिस को इसकी सूचना दी।
चालक-परिचालक से संपर्क स्थापित
सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नय्यर के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक नगर और क्षेत्राधिकारी कैंट के मार्गदर्शन में चौकी प्रभारी रेलवे, उपनिरीक्षक सुधांशु सिंह ने तुरंत एक टीम गठित की। इस टीम में उपनिरीक्षक अभय सिंह और कांस्टेबल संजीत यादव शामिल थे। पुलिस ने देर रात तक सीसीटीवी फुटेज खंगाले, बस का नंबर ट्रेस किया और चालक-परिचालक से संपर्क स्थापित किया। अथक प्रयासों के बाद पुलिस ने बैग को सुरक्षित बरामद कर लिया। अगले दिन बैग यात्री को सौंप दिया गया, जिसमें सारा सामान सुरक्षित था।
गोरखपुर पुलिस की तारीफ
बैग वापस पाकर यात्री भावुक हो उठे और उन्होंने गोरखपुर पुलिस की तारीफ करते हुए कहा, “मैंने सोचा था कि सब कुछ खो गया, लेकिन गोरखपुर पुलिस ने मेरी उम्मीद लौटा दी। आपका यह प्रयास मेरे लिए जीवनभर याद रहेगा। यह घटना गोरखपुर पुलिस की कार्यकुशलता और जनसेवा के प्रति समर्पण का जीवंत प्रमाण है। इस बरामदगी में शामिल पुलिस टीम-उपनिरीक्षक सुधांशु सिंह, अभय सिंह और कांस्टेबल संजीत यादव-की प्रशंसा पूरे क्षेत्र में हो रही है। गोरखपुर पुलिस की इस तत्परता ने न केवल एक यात्री को उसका कीमती सामान लौटाया, बल्कि समाज में पुलिस के प्रति विश्वास को और मजबूत किया।
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यह घटना यह भी दर्शाती है कि गोरखपुर पुलिस न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सक्षम है, बल्कि संकट की घड़ी में आम नागरिकों के लिए एक मजबूत सहारा भी है। इस तरह की घटनाएं पुलिस और जनता के बीच विश्वास का सेतु बनाती हैं।