Gorakhpur News: डॉ. आंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने से ग्रामीणों में आक्रोश, जांच में जुटी पुलिस

गोरखपुर के खजनी क्षेत्र के रामपुर मलौली गांव में असामाजिक तत्वों ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया। मूर्ति की अंगुली और चश्मा तोड़ा गया, जिससे ग्रामीणों में रोष है।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 7 July 2025, 5:54 PM IST
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Gorakhpur: गोरखपुर के खजनी क्षेत्र के रामपुर मलौली गांव में उस समय तनाव का माहौल बन गया, जब बीती रात कुछ असामाजिक तत्वों ने खेल मैदान में स्थापित संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया। मूर्ति की अंगुली और चश्मा तोड़ने की इस घटना ने ग्रामीणों में भारी रोष पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग इसे सामाजिक सद्भाव को भंग करने की साजिश मान रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ग्राम प्रधान ने बताया कि गांव के खेल मैदान में स्थापित डॉ. आंबेडकर की मूर्ति का उद्घाटन केंद्रीय राज्य मंत्री कमलेश पासवान के हाथों जल्द ही होने वाला था। लेकिन इससे पहले ही अराजक तत्वों ने ईंट-पत्थरों से मूर्ति पर हमला कर उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। मूर्ति की अंगुली टूट गई और चश्मा भी क्षतिग्रस्त हो गया। ग्रामीणों ने इस घटना को संविधान निर्माता के प्रति अपमान और सामाजिक एकता को कमजोर करने की कोशिश करार दिया है।

ग्रामीणों की मांग

घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने थाना प्रभारी को लिखित शिकायत सौंपी, जिसमें दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और मूर्ति की मरम्मत की मांग की गई। ग्रामीणों का कहना है कि यह कोई साधारण घटना नहीं, बल्कि सुनियोजित साजिश हो सकती है। उन्होंने प्रशासन से मूर्ति के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाने और क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग की है।

पुलिस ने दिया आश्वासन

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। थाना प्रभारी अनूप सिंह ने बताया कि मामले की गहन जांच शुरू कर दी गई है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस मामले को संवेदनशीलता के साथ निपटाया जाएगा। हालांकि, पुलिस खंडित मूर्ति को सही कर दिया गया है, जिससे कोई मतभेद न हो ।

सीसीटीवी और सुरक्षा की योजना

ग्राम प्रधान ने बताया कि मूर्ति स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। ग्रामीणों ने भी एकजुट होकर इस घटना की निंदा की और सामाजिक एकता बनाए रखने का संकल्प लिया।

कैसा है स्थानीय माहौल?

फिलहाल, गांव में तनाव की स्थिति नहीं है, लेकिन ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर दोषियों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। यह घटना न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। प्रशासन के सामने अब चुनौती है कि वह इस मामले को शीघ्र सुलझाकर सामाजिक सद्भाव को बनाए रखे। पुलिस ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की है और आश्वासन दिया है।

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