

गोरखपुर के आटीएम गीडा परिसर में बुधवार को बीफार्मा के छात्रों ने जमकर हंगामा किया। आक्रोशित छात्रों ने कालेज प्रबंधन पर सौतेला व्यवहार का आरोप लगाया।
आटीएम कालेज में छात्रों का हंगामा
गोरखपुर: जनपद के सहजनवा क्षेत्र में बुधवार को आईटीएम गीडा परिसर में बीफार्मा के छात्रों ने वातानुकूलित (एसी) क्लास की मांग को लेकर जोरदार हंगामा किया। आक्रोशित छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार करते हुए कालेज प्रबंधन पर आरोप लगाया।
जानकारी के अनुसार छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रबंधन ने दाखिले के समय एसी कक्षा में पढ़ाई कराने का वादा किया था और इसके एवज में 1.50 लाख रुपये वसूले गए लेकिन सिर्फ 20 दिन तक एसी कक्षा चलाने के बाद उन्हें नॉन-एसी कक्षाओं में शिफ्ट कर दिया।
छात्रों का कहना था कि जब उन्होंने इस मुद्दे पर आवाज उठाई तो विभागाध्यक्ष (एचओडी) और डीन ने उनके साथ दुव्यवहार किया।
आटीएम कालेज में छात्रों का हल्लाबोल
छात्रों का आरोप है कि उन्हें न सिर्फ डांटा-फटकारा गया, बल्कि फेल करने की धमकी भी दी गई। इतना ही नहीं, इंटरनल परीक्षा में नंबर जानबूझकर कम देकर उनका भविष्य खराब करने की साजिश की जा रही है। इस कथित धमकी से गुस्साए छात्र-छात्राओं ने प्रबंधन तंत्र के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जमकर नारेबाजी की और हंगामा खड़ा कर दिया।
प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने बताया कि एसी कक्षाओं का लालच दिखाकर उनसे भारी-भरकम फीस वसूली गई थी, लेकिन वादे के मुताबिक सुविधा नहीं दी गई। वहीं, जब वे अपनी मांग रखने गए तो अधिकारियों ने उन्हें हड़काकर चुप कराने की कोशिश की।
छात्राओं का कहना है कि इस रवैये से साफ झलकता है कि उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
हंगामे की सूचना पाकर कॉलेज प्रबंधन ने हस्तक्षेप किया। डायरेक्टर आईटीएम डॉ. एन.के. सिंह ने मामले को लेकर सफाई देते हुए कहा कि वातानुकूलित कमरे की मरम्मत का काम चल रहा है, इसी कारण छात्रों को फिलहाल नॉन-एसी कक्षाओं में पढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ छात्र अनुशासनहीनता कर रहे थे, जिन्हें समझाकर शांत करा दिया गया है।
इस दौरान हंगामा करने वालों में अंकित, आनंद, अभिषेक वर्मा, श्रीकिशून, विशाल दुबे, आर्यन यादव, नमन कुमार, प्रीति यादव, श्वेता यादव समेत कई छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
प्रबंधन के आश्वासन के बाद छात्र शांत हुए, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही वातानुकूलित कक्षाओं में पढ़ाई शुरू नहीं कराई गई, तो वे आंदोलन को और व्यापक स्वरूप देंगे।
आईटीएम परिसर में हुए इस हंगामे ने न सिर्फ छात्र-प्रशासन के बीच टकराव को उजागर कर दिया है, बल्कि शिक्षा के नाम पर हो रही वसूली और सुविधाओं में लापरवाही पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
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