Gorakhpur News: टोल प्लाजा पर हुआ हंगामा, मारपीट और तोड़फोड़ के मामले में 8 गिरफ्तार

बस के ओवरलोडिंग चेकिंग को लेकर टोल कर्मचारियों और बस कर्मचारियों के बीच नोकझोंक। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 3 May 2025, 12:24 PM IST
google-preferred

गोरखपुर: गोरखपुर के तेनुआ टोल प्लाजा पर शुक्रवार को हंगामा मच गया। बताया जा रहा है कि एक बस के ओवरलोडिंग चेकिंग को लेकर टोल कर्मचारियों और बस कर्मचारियों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। इस दौरान, बात इतनी बढ़ गई कि दोनों पक्षों में मारपीट और तोड़फोड़ की नौबत आ गई। इस घटना में बस कर्मचारियों और यात्रियों के साथ भी बदसलूकी की गई।

डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, गोरखपुर पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों के 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई शुरू की।

जानें क्या थी पूरी घटना?

जानकारी के अनुसार, दिल्ली से बिहार जा रही एक बस को तेनुआ टोल प्लाजा पर ओवरलोडिंग की जांच के लिए रोका गया। इस दौरान टोल कर्मचारियों और बस के चालक-परिचालक के बीच बहस शुरू हो गई। देखते ही देखते मामला गरमाया और दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हाथ उठा दिया। टोल कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने बस कर्मचारियों और यात्रियों के साथ मारपीट की, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। सूचना मिलते ही गीडा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया।

पुलिस ने की सख्त कार्रवाई

वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) गोरखपुर गौरव ग्रोवर के निर्देश पर चलाए जा रहे अपराध नियंत्रण अभियान के तहत, पुलिस अधीक्षक उत्तरी और क्षेत्राधिकारी गीडा के मार्गदर्शन में गीडा थाना प्रभारी की अगुवाई में सब-इंस्पेक्टर संतोष सिंह और उनकी टीम ने तुरंत कार्रवाई की। घटना के आधार पर थाना गीडा में मुकदमा संख्या 264/25 दर्ज किया गया, जिसमें IPC की धारा 115(2), 125, 324, 351(3) और 352 के तहत मामला दर्ज हुआ।

कौन-कौन हुआ गिरफ्तार?

बता दें कि पुलिस ने पहले पक्ष से टोल प्लाजा के पांच कर्मचारियों धीरज कुमार, विशाल सिंह, सुनील, महेश शाही और संतोष कुमार को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, दूसरे पक्ष से बस परिचालक आशुतोष कुमार, चालक गंगा राम और यात्री पप्पू कुमार साहनी को हिरासत में लिया गया है। सभी के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की जा रही है।

जानकारी के अनुसार, गिरफ्तारी के लिए गठित पुलिस टीम में उप निरीक्षक संतोष सिंह, हेड कांस्टेबल सुमंत यादव और कांस्टेबल शिवम वर्मा, भानु मौर्या, पंकज कनौजिया, विकास यादव और विजय यादव शामिल रहे। इस मामल में पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिलाया है और अग्रिम विधिक प्रक्रिया जारी है।

गोरखपुर पुलिस का कहना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसे मामलों में सख्ती बरती जाएगी। फिलहाल, मामले की जांच जारी है और पुलिस अन्य संभावित आरोपियों पर भी नजर रखे हुए है।

Location : 

Published :