

गोरखपुर जनपद को आजमगढ़ से जोड़ने वाला सरयू नदी पर निर्माणाधीन गोला-हाजीपुर पुल चिल्लूपार विधानसभा की लाइफ लाइन बनने जा रहा है।
गोला हाजीपुर पुल
Gorakhpur :गोरखपुर जनपद को आजमगढ़ से जोड़ने वाला सरयू नदी पर निर्माणाधीन गोला-हाजीपुर पुल चिल्लूपार विधानसभा की लाइफ लाइन बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 मार्च को ही पुल निर्माण के लिए राशि जारी कर दी है।
विभाग ने सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। अब बस बाढ़ का पानी उतरने का इंतजार है, जिसके बाद पुल निर्माण में कोई रुकावट नहीं आएगी।
दिसंबर 2026 में लोकार्पण की तैयारी
डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट अनुसार विधायक राजेश त्रिपाठी ने क्षेत्र भ्रमण के दौरान बताया कि दिसंबर 2026 में मुख्यमंत्री के हाथों इस पुल का लोकार्पण होगा। यह पुल चिल्लूपार और आजमगढ़ के लोगों के लिए रोजगार, व्यापार और इमरजेंसी कनेक्टिविटी की नई राह खोलेगा।
बाढ़ के बाद तेजी से होगा काम
कांट्रेक्टर का कहना है कि शटरिंग कर यदि काम शुरू किया गया और बाढ़ आ गई तो लाखों रुपये की मशीनरी हटानी पड़ेगी, जिससे नुकसान होगा। जैसे ही बाढ़ का पानी उतर जाएगा, काम युद्धस्तर पर शुरू होगा।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से होगा कनेक्ट
विधायक त्रिपाठी ने बताया कि मुख्यमंत्री रामजनकी मार्ग को गोपालपुर, धुरियापार चीनी मिल, खजनी होते हुए फोर लेन बनाकर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ने जा रहे हैं। ग्रेटर गीडा की ईओ ने भी इसकी पुष्टि कर दी है। मुख्यमंत्री का लक्ष्य जनपद मुख्यालय से हर तहसील मुख्यालय को फोर लेन से जोड़ने का है।
गोला से बड़हलगंज और कौड़ीराम से गोला तक फोर लेन की तैयारी
बड़हलगंज पहले से गोला तहसील से फोर लेन से जुड़ा है, अब कौड़ीराम से गोला तक फोर लेन बनाने की तैयारी है। इसके लिए सांसद व केंद्रीय ग्रामीण राज्य मंत्री कमलेश पासवान और विधायक त्रिपाठी लगातार प्रयासरत हैं।
गोला-उरुवा में बनेगा स्टेडियम
विधायक ने जानकारी दी कि गोला-उरुवा में स्टेडियम निर्माण की प्रक्रिया भी तेज हो गई है। जमीन चिन्हित कर ली गई है, स्थान का खुलासा जमीन क्लियर होते ही किया जाएगा।
क्या होगा फायदा?
आजमगढ़-गोरखपुर आवागमन सुगम होगा।
व्यापार और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा।
बाढ़ में आवागमन बाधित नहीं होगा।
इमरजेंसी कनेक्टिविटी और एंबुलेंस पहुंच आसान होगी।
चिल्लूपार क्षेत्र में विकास की रफ्तार बढ़ेगी।
युवाओं को खेल मैदान की सौगात मिलेगी।
चिल्लूपार विधानसभा के लोगों के लिए यह पुल और सड़क नेटवर्क विकास की नई तस्वीर गढ़ने जा रहा है। मुख्यमंत्री और जनप्रतिनिधियों की प्राथमिकता में यह प्रोजेक्ट शामिल है, जिससे पूर्वांचल के विकास की रफ्तार में नया अध्याय जुड़ने वाला है।