

गोरखपुर के गिडा थाना क्षेत्र में नौसढ़ चौकी के पास देर रात तीन शातिर चोरों को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी एक युवक की जेब काटने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन युवक के जागने और शोर मचाने पर भागने लगे। गश्त पर मौजूद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीनों को दबोच लिया।
पुलिस की गिरफ्त में आए चोर
Gorakhpur: गोरखपुर जनपद के गीडा थाना क्षेत्र अंतर्गत नौसढ़ चौकी के पास 21 और 22 अगस्त की देर रात एक सनसनीखेज घटना में पुलिस ने तीन संदिग्ध चोरों को धर दबोचा। ये शातिर चोर पल्सर बाइक पर सवार होकर गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे अंडरपास के पास एक दुकान पर सो रहे युवक को निशाना बना रहे थे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सतर्कता के चलते तीनों चोर भागने में नाकाम रहे और पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पकड़े गए युवकों की पहचान खजनी थाना क्षेत्र के महुआडाबर निवासी अमन (18 वर्ष, पुत्र बलवंत), आयुष (पुत्र अमित कुमार,19 वर्ष निवासी एकला बाजार) और वंश (पुत्र शिव शंकर, निवासी महुआडाबर) के रूप में हुई है।
दुकान पर सो रहे युवक को बनाया निशाना
स्थानीय लोगों के अनुसार, ये तीनों शातिर चोर हैं और आए दिन एकांत जगहों पर लोगों को लूट चोरी का प्रयास करते हैं। घटना के बारे में बताया गया कि देर रात लिंक एक्सप्रेसवे अंडरपास के पास एक दुकान पर सो रहा युवक इन चोरों का निशाना बना। चोरों ने चुपके से उसका जेब टटोलना शुरू किया, लेकिन युवक की नींद खुल गई। उसने शोर मचाया तो चोर अपनी पल्सर बाइक छोड़कर भागने लगे। इस दौरान गस्त पर निकली नौसढ़ चौकी की पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीनों को दौड़ाकर पकड़ लिया।
तीनों आरोपी हिरासत में
पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर बाइक पल्सर UP 53 EQ 7152 को कब्जे में ले लिया है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि ये चोर सुनसान स्थानों पर रात के समय वारदात को अंजाम देते थे। स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की और बताया कि इन चोरों के कारण इलाके में दहशत का माहौल रहता।
गीडा पुलिस अब इनके आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है ताकि इनके अन्य अपराधों का भी खुलासा किया जा सके। यह घटना पुलिस की सजगता और त्वरित कार्रवाई का उदाहरण है। इलाके आस पास के दुकानदार अब राहत की सांस ले रहे हैं, लेकिन पुलिस से मांग कर रहे हैं कि ऐसे अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई हो और जिंकव माध्यम से गैंग में शामिल लोगों की पहचान की जा सके, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।