

गोरखपुर राज करन मय्यर के निर्देशन और पुलिस अधीक्षक अपराध के पर्यवेक्षण में रविवार को थाना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) की टीम ने “मिशन शक्ति अभियान-5.0” के तहत व्यापक जागरूकता अभियान चलाया। पढिए पूरी खबर
जागरूकता अभियान
गोरखपुर: वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन मय्यर के निर्देशन और पुलिस अधीक्षक अपराध के पर्यवेक्षण में रविवार को थाना एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) की टीम ने “मिशन शक्ति अभियान-5.0” के तहत व्यापक जागरूकता अभियान चलाया। टीम ने मोहद्दीपुर चौराहा, नौकायन तिराहा सहित शहर के अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में पहुंचकर महिलाओं, बालिकाओं और बच्चों को सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन और सशक्तिकरण का संदेश दिया।
क्या है पूरी खबर?
प्रभारी निरीक्षक थाना एएचटीयू के नेतृत्व में अभियान के दौरान पुलिस टीम ने लोगों को शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। महिलाओं और बच्चों से संबंधित अपराधों की रोकथाम, उनके अधिकारों की सुरक्षा तथा त्वरित न्याय के लिए उपलब्ध सरकारी हेल्पलाइन नंबरों - जैसे 1090 (महिला शक्ति हेल्पलाइन), 181 (महिला सहायता), 112 (आपातकालीन सेवा), 1098 (बाल संरक्षण) आदि के उपयोग के बारे में विस्तार से बताया गया।
शोषण की स्थिति में डरने की बजाय कानून का सहारा
टीम ने सड़क पर, बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर उपस्थित महिलाओं, छात्राओं और अभिभावकों से सीधे संवाद किया और उन्हें यह समझाया कि किसी भी प्रकार की हिंसा, उत्पीड़न या शोषण की स्थिति में डरने की बजाय कानून का सहारा लें। इस दौरान महिला हिंसा, दहेज प्रताड़ना, बाल विवाह, मानव तस्करी और साइबर अपराध जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
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महिला और बाल सुरक्षा से जुड़ी उपयोगी जानकारी
पुलिस कर्मियों ने मौके पर मौजूद नागरिकों को पंपलेट भी वितरित किए, जिनमें महिला और बाल सुरक्षा से जुड़ी उपयोगी जानकारी दी गई थी। टीम ने समाज के हर वर्ग से आह्वान किया कि वे महिला सुरक्षा और सम्मान के प्रति संवेदनशील बनें और ऐसी किसी भी घटना की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई हो सके।
समाज में महिलाओं और बालिकाओं के प्रति सुरक्षा
प्रभारी निरीक्षक ने कहा कि “मिशन शक्ति अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज में महिलाओं और बालिकाओं के प्रति सुरक्षा और विश्वास का वातावरण तैयार करना है। एएचटीयू लगातार इस दिशा में कार्यरत है ताकि कोई भी महिला या बच्चा असुरक्षित महसूस न करे।”
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इस अभियान के माध्यम से गोरखपुर पुलिस ने एक बार फिर यह संदेश दिया कि महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसके लिए समाज के हर नागरिक की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।