

मथुरा के गेस्ट हाउस में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने 11 महिलाओं और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। एसएसपी श्लोक कुमार के आदेश पर छापेमारी के दौरान पुलिस को गेस्ट हाउस में दबाव का सामना भी करना पड़ा।
मथुरा में देह व्यापार का खुलासा
Mathura: मथुरा में गेस्ट हाउस की आड़ में चल रहे देह व्यापार का एक बड़ा मामला पुलिस के हाथों सामने आया है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दीपक गेस्ट हाउस और देव गेस्ट हाउस पर छापा मारकर देह व्यापार के रैकेट का पर्दाफाश किया। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 11 महिलाओं, गेस्ट हाउस के संचालक और एक ग्राहक को गिरफ्तार किया। इस दौरान गेस्ट हाउस की महिला रिसेप्शनिस्ट ने पुलिस को धमकाने का भी प्रयास किया, लेकिन पुलिस अधिकारियों के पास पक्की जानकारी होने के कारण उन्होंने बिना किसी डर के छापेमारी जारी रखी।
गेस्ट हाउस की महिला रिसेप्शनिस्ट ने पुलिस को धमकाते हुए कहा, "तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहां घुसने की, क्या तुम जानती हो कि हमारे मालिक कौन हैं?" रिसेप्शनिस्ट का यह बर्ताव यह दर्शाता था कि वहां कोई न कोई बड़ा व्यक्ति इसका समर्थन कर रहा था, लेकिन पुलिस ने इस दबाव को नजरअंदाज करते हुए अपनी कार्रवाई जारी रखी। सीओ सिटी आईपीएस आशना चौधरी के नेतृत्व में पुलिस ने हाईवे थाना और कोतवाली थाना क्षेत्र के देव गेस्ट हाउस और दीपक गेस्ट हाउस पर छापा मारा। पुलिस को वहां से 11 महिलाएं, गेस्ट हाउस का संचालक दीपक खंडेलवाल, और एक ग्राहक पकड़े गए। इन आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की पूछताछ में यह जानकारी सामने आई कि यहां आने वाली महिलाएं बुकिंग के आधार पर आती थीं। इस रैकेट के दलाल जीतू ने प्रति ग्राहक के हिसाब से महिलाओं को 600 रुपये का भुगतान किया था। गिरफ्तार की गई महिलाओं की पहचान के बाद पुलिस ने बताया कि वे दिल्ली, आगरा, मथुरा, सुल्तानपुर, और हरियाणा जैसे विभिन्न स्थानों से आई थीं। ये महिलाएं सामान्य रूप से ग्राहक के साथ समय बिताने के लिए गेस्ट हाउस में आती थीं और इसके बदले उन्हें दलाल से तय रकम मिलती थी।
पुलिस अधिकारियों ने महिला पुलिस बल को भी अपने साथ लिया और सीधे गेस्ट हाउस के कमरों में घुसकर तलाशी ली। इसके बाद कई गुप्त ठिकानों से देह व्यापार के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस ने सख्त कार्रवाई की और दीपक खंडेलवाल, गेस्ट हाउस के संचालक और दलाल जीतू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सीओ सिटी आईपीएस आशना चौधरी ने बताया कि इस रैकेट में संलिप्त महिलाओं को जमानत पर छोड़ दिया गया है, क्योंकि उनके खिलाफ कोई गंभीर आरोप नहीं थे, लेकिन गेस्ट हाउस संचालक और दलाल के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया।
इस कार्रवाई की शुरुआत एसएसपी श्लोक कुमार की जनसुनवाई से हुई थी, जहां एक शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायत में देह व्यापार की ओर इशारा करते हुए बताया गया था कि मथुरा में कुछ गेस्ट हाउस और होटलों में अनैतिक व्यापार हो रहा था। इस पर एसएसपी श्लोक कुमार ने तुरंत टीम बनाकर गेस्ट हाउस और होटलों पर छापेमारी करने का आदेश दिया। पुलिस ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया और कड़ी कार्रवाई शुरू की।
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गेस्ट हाउस में देह व्यापार का मामला सामने आने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि पुलिस ने अपनी मुस्तैदी और तत्परता से इस रैकेट को पकड़ा। मथुरा में यह पहला मौका नहीं है जब पुलिस ने ऐसे मामलों में कार्रवाई की हो, लेकिन इस बार की कार्रवाई में पुलिस ने गेस्ट हाउस के संचालकों और दलालों को बिना किसी समझौते के पकड़ लिया और उन्हें सजा दिलवाने की दिशा में काम किया है।
पुलिस की इस कड़ी कार्रवाई के बाद शहरवासियों में एक सकारात्मक संदेश गया है कि पुलिस किसी भी प्रकार के अवैध व्यापार के खिलाफ गंभीर है। हालांकि, यह भी सवाल उठता है कि क्या मथुरा जैसे धार्मिक स्थल पर इस तरह के गेस्ट हाउस और होटलों का संचालन किसकी मदद से संभव हो पा रहा है। ऐसे मामलों में पुलिस की सक्रियता और स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।