

रक्षा बंधन के पावन पर्व को लेकर फतेहपुर जिले के बाजारों में इन दिनों खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। बहनें अपने भाइयों के लिए आकर्षक और रंग-बिरंगी राखियों की खरीदारी में जुटी हुई हैं। पत्थरकटा, ज्वालागंज, बिंदकी रोड जैसे प्रमुख बाजारों में राखियों की सजी हुई दुकानों पर सुबह से ही भीड़ नजर आ रही है।
फतेहपुर में रक्षा बंधन की रौनक
Fatehpur: रक्षा बंधन के पावन पर्व को लेकर फतेहपुर जिले के बाजारों में इन दिनों खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। बहनें अपने भाइयों के लिए आकर्षक और रंग-बिरंगी राखियों की खरीदारी में जुटी हुई हैं। पत्थरकटा, ज्वालागंज, बिंदकी रोड जैसे प्रमुख बाजारों में राखियों की सजी हुई दुकानों पर सुबह से ही भीड़ नजर आ रही है। दुकानदारों के अनुसार, इस बार महिलाओं की पसंद विशेष रूप से डिजाइनर राखियों की ओर बढ़ी है, जिनमें पारंपरिक रंग जैसे लाल, नीला और पीला अधिक पसंद किए जा रहे हैं।
पत्थरकटा में राखी विक्रेता अजय सिंह, पंकज वर्मा और राकेश यादव ने बताया कि इस बार ज्योतिषीय शुभ मुहूर्तों के चलते लाल, नीले और पीले रंग की राखियों की मांग अधिक देखी जा रही है। बाजार में सबसे ज्यादा बिक्री 200 रुपये कीमत वाली राखियों की हो रही है। हालांकि व्यापारियों का यह भी कहना है कि इस वर्ष लगातार हो रही बारिश और ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते चलन के कारण उनके व्यवसाय पर असर पड़ा है, जिससे कुछ दुकानदारों को नुकसान का सामना करना पड़ा है।
इसके बावजूद बाजारों में खरीदारों की मौजूदगी से माहौल उत्सवमय बना हुआ है। महिलाएं एक साथ कई राखियां खरीदती दिखाई दीं, जिससे दुकानों पर चहल-पहल बनी रही। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर सजाने के लिए खूबसूरत डिज़ाइनों वाली राखियों को बड़ी बारीकी से चुन रही हैं।
राखी खरीदने पहुंचीं मंजू पांडेय ने कहा, “हमने किसी विशेष मुहूर्त के बजाय भाई के प्रति प्रेम और विश्वास के भाव से राखी खरीदी है।” वहीं सीमा मिश्रा का कहना था, “रक्षा बंधन भाई-बहन के रिश्ते को मजबूती देने वाला त्यौहार है, जिसे हम पूरे हर्षोल्लास से मनाते हैं।”
व्यापारियों का कहना है कि बारिश के कारण कई लोग बाजार आने से बच रहे हैं और ऑनलाइन राखियां मंगवाने को प्राथमिकता दे रहे हैं। बावजूद इसके बाजारों में मौजूद लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ है। रंग-बिरंगी राखियों से सजी दुकानों और खरीदारों की चहल-पहल से फतेहपुर के बाजारों में रक्षा बंधन की रौनक साफ झलक रही है।