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फतेहपुर जिले में पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टास्कफोर्स ने ओवरलोड खनन वाहनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। अभियान के दौरान 70 ट्रकों पर 4.10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया, जबकि दो ट्रक बिना दस्तावेजों के चलते पकड़े गए और सीज कर दिए गए।
ट्रकों की जांच करती पुलिस
Fatehpur: फतेहपुर जिले में ओवरलोड और अवैध खनन वाहनों के खिलाफ पुलिस की सख्ती लगातार बढ़ती जा रही है। जिले में अवैध खनन और ओवरलोडिंग का मुद्दा लंबे समय से गंभीर चिंता का विषय रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह के निर्देश पर एक विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टास्कफोर्स ने व्यापक स्तर पर कार्रवाई की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, एडीएम अवनीश त्रिपाठी और एएसपी महेंद्र पाल सिंह के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में टीम ने विभिन्न मार्गों पर नाकाबंदी कर खनन से जुड़े भारी वाहनों की जांच की। चेकिंग के दौरान पाया गया कि कई ट्रक जरूरत से अधिक खनिज सामग्री लेकर चल रहे थे और कई बिना वैध कागजात और परमिट के सड़क पर दौड़ रहे थे।
टास्कफोर्स ने 70 ऐसे ओवरलोड वाहनों पर 4 लाख 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। वहीं जिन दो वाहनों को सीज किया गया, उनके पास न तो परिवहन परमिट था और न ही खनन संबंधी आवश्यक दस्तावेज। अधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि बिना वैध कागजात के खनन सामग्री का परिवहन पूरी तरह अवैध है और इस पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
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दो दिन पहले लखनऊ एसटीएफ द्वारा थरियांव थाने में ओवरलोड ट्रकों को पास कराने वाले एक संगठित गिरोह पर मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद जिले में खनन माफिया में हड़कंप मचा हुआ है। एसटीएफ की FIR में आरटीओ का ड्राइवर, एक अज्ञात खनन अधिकारी, अधिकारी का गनर और तीन लोकेटर शामिल पाए गए। इनमें से दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। इस खुलासे के बाद जिले की पुलिस ने ओवरलोड परिवहन और अवैध खनन पर अपनी सख्ती और बढ़ा दी है।
अभियान का असर सीधा-सीधा ट्रक मालिकों और खनन कारोबारियों में देखा जा सकता है। लगातार हो रही चेकिंग और नाकाबंदी के कारण कई ट्रक ऑपरेटरों ने रात के समय परिवहन बंद कर दिया है। पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई किसी एक क्षेत्र नहीं, बल्कि पूरे जिले में समान रूप से की जा रही है ताकि अवैध गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके।
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नवंबर को यातायात माह के रूप में मनाया जा रहा है, जिसके चलते जिले में ट्रैफिक नियमों पर विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में हेलमेट, सीट बेल्ट, तेज गति, अवैध पार्किंग और नशे में गाड़ी चलाने जैसे मामलों पर भी कार्रवाई जारी है। अधिकारियों ने साफ कहा है कि ओवरलोडिंग और अवैध खनन सिर्फ कानून का उल्लंघन नहीं, बल्कि सड़क हादसों और पर्यावरण नुकसान का बड़ा कारण भी है।
पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने कहा कि जिले में किसी भी कीमत पर अवैध खनन परिवहन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी वाहन बिना दस्तावेज़ या ओवरलोड पाया जाएगा, उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी।