

पुलिस की दबिश के बाद उस खाली मैदान से छह युवक गिरफ्तार हुए। ये वही लोग थे जिनकी तलाश में पुलिस पिछले कई हफ्तों से थी। इनके पास से छह मोटरसाइकिलें बरामद हुईं—अपाचे, स्प्लेंडर और एचएफ डीलक्स जैसी गाड़ियां, जिनके मालिक अपनी बाइक खोने के बाद आज भी परेशान थे।
पुलिस गिरफ्त में आरोपी
Fatehpur: फतेहपुर में रात का सन्नाटा, सूनी सड़कें और पुलिस की गाड़ियों की हल्की गड़गड़ाहट। बीती की रात थरियांव पुलिस एक सीक्रेट मिशन पर थी। मिशन का मकसद था—लगातार हो रही बाइक चोरी की घटनाओं की गुत्थी सुलझाना। और फिर, रात 11:50 बजे जैसे ही पुलिस ने बड़ौदा स्वरोजगार कार्यालय के पास खाली पड़ी जमीन को घेरा, एक बड़ा खुलासा हुआ।
छह चेहरे, छह बाइक और टूटा चोरी का नेटवर्क
पुलिस की दबिश के बाद उस खाली मैदान से छह युवक गिरफ्तार हुए। ये वही लोग थे जिनकी तलाश में पुलिस पिछले कई हफ्तों से थी। इनके पास से छह मोटरसाइकिलें बरामद हुईं—अपाचे, स्प्लेंडर और एचएफ डीलक्स जैसी गाड़ियां, जिनके मालिक अपनी बाइक खोने के बाद आज भी परेशान थे।
बरामद बाइकों का विवरण इस प्रकार है:
अपाचे (UP71 AS 7623)
स्प्लेंडर प्लस (UP71 AM 6514, UP71 AH 8417, UP33 CC 8287)
एचएफ डीलक्स (UP71 AM 5889, UP71 AL 4745)
कौन हैं ये बाइक चोर?
सत्यम यादव (उम्र 23, निवासी खैदीपुर, थाना असोथर)
शिवम यादव (उम्र 20, निवासी गयासपुर)
उमेश यादव (उम्र 25, निवासी गयासपुर)
ज्ञानबाबू यादव (उम्र 23, निवासी गयासपुर)
मनीष साहू (उम्र 22, निवासी गयासपुर)
अंकित यादव (उम्र 22, निवासी मानसिंह का परुवा)
ये सभी फतेहपुर जिले के रहने वाले हैं। पुलिस का कहना है कि इनका आपराधिक इतिहास लंबा है और इन पर पहले से कई केस दर्ज हैं।
लेकिन कहानी में है एक ट्विस्ट...
गिरोह का सातवां सदस्य संदीप यादव अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। उस पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस टीमें लगातार दबिश देकर उसकी तलाश कर रही हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस गिरोह के तार रायबरेली समेत आसपास के जिलों तक फैले हो सकते हैं।
पुलिस ने कैसे बनाई योजना?
थरियांव पुलिस को इस गिरोह की लोकेशन का इनपुट मिला था। इसके बाद प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार पांडेय के नेतृत्व में टीम ने घेराबंदी की। सही समय का इंतजार किया गया, और 11:50 बजे जब गिरोह के सदस्य अपने अगले प्लान की तैयारी कर रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। टीम में शामिल रहे उपनिरीक्षक राजेश कुमार सिंह, हरकृष्ण यादव, संजीव कुमार, सतीश पवार और कई सिपाहियों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
एसपी का संदेश
जिले के पुलिस अधीक्षक ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि वाहन चोरी जैसे अपराधों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। "जो भी कानून तोड़ेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा," उन्होंने कहा। गिरफ्तार आरोपियों को बीएनएस की धाराओं के तहत जेल भेजा गया है। पुलिस अब इस नेटवर्क की पूरी चेन तक पहुंचने और फरार आरोपी को पकड़ने की कोशिस की जा रही है