

यूपी के सोनभद्र जनपद में विभिन्न ट्रेड यूनियनों और मजदूर संगठनों ने प्रदर्शन के दौरान सरकार से मांग करते हुए कहा- सिर्फ पूंजी नहीं, पसीने की भी कीमत दो।
Sonbhadra: बुधवार को विभिन्न ट्रेड यूनियनों और मजदूर संगठनों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। यह प्रदर्शन श्रमिक हितों की मांग और भारत बंद के समर्थन में किया गया। दर्जनों मजदूरों और संगठन कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च कर कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया और सरकार पर कॉर्पोरेट घरानों के हित में काम करने का आरोप लगाया।
प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगों में ₹25,000 न्यूनतम वेतन, ठेका प्रथा की समाप्ति, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा सुविधाएं शामिल थीं। इस आंदोलन को कांग्रेस, वामदलों और सपा जैसे कई विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं का भी समर्थन मिला।
सीपीआई नेता आर.के. शर्मा ने कहा, यह बंद मजदूरों की मजबूरी का परिणाम है। सरकार पूंजीपतियों को फायदा पहुंचा रही है और मजदूरों को उनके हक से वंचित कर रही है।
श्रमिक संगठनों ने दावा किया कि भारत बंद का व्यापक असर देशभर में देखा गया है और इससे कई करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है।