DN Exclusive: देवरिया में बरसात ने खोली प्रशासन की पोल: जलभराव से स्थानीय लोगों की मुसीबतें बढ़ी

देवरिया में बरसात के कारण सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे श्रद्धालुओं, यात्रियों और दुकानदारों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन के खिलाफ जांच की मांग की है।

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 23 August 2025, 10:04 AM IST
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Deoria: बरसात के मौसम में रुद्रपुर क्षेत्र के दूधेश्वर नाथ मंदिर से लेकर सतासी स्कूल तक की सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिसके कारण स्थानीय लोगों और यात्रियों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। डाइनामाइट न्यूज की टीम ने जब मौके का दौरा किया, तो पाया कि पीडी रोड और रुद्रपुर बस स्टेशन का हाल बेहद खस्ता था। बारिश के कारण सड़कों पर पानी भर गया था, जिससे लोगों का आम जीवन प्रभावित हो गया है।

मंदिर परिसर और सड़क पर जलभराव

रुद्रपुर क्षेत्र के दूधेश्वर नाथ मंदिर परिसर के बाहर स्थित पीडी रोड पर बारिश के बाद पानी जमा हो गया है। सड़क पर जलभराव के कारण राहगीरों को मुश्किलें आ रही हैं। खासकर मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं और बच्चों के स्कूल जाने वाले माता-पिता के लिए यह स्थिति चुनौतीपूर्ण हो गई है। सड़क पर जमा पानी और कीचड़ से लोगों को चलने में कठिनाई हो रही है। इसके अलावा, दुकानदार और ठेला-खुचे वाले भी इस जलभराव से प्रभावित हो रहे हैं, जिससे उनकी रोजमर्रा की गतिविधियों में अवरोध उत्पन्न हो रहा है।

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बस स्टेशन का खस्ता हाल

रुद्रपुर बस स्टेशन का हाल भी बहुत खराब हो गया है। यहां तक कि बस स्टेशन परिसर में दो फीट से अधिक पानी जमा हो गया है। यात्रियों को इस गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है, जिससे उनका यात्रा अनुभव बेहद असहज हो गया है। इसके अलावा, गंदे पानी के कारण डेंगू जैसी बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्या हो सकती है।

ग्रामीणों ने प्रशासन पर उठाए सवाल

डाइनामाइट न्यूज की टीम ने स्थानीय लोगों से इस समस्या पर बातचीत की। उन्होंने बताया कि हर साल बरसात के मौसम में ऐसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते। ग्रामीणों का कहना था कि इस स्थिति से उबरने के लिए समय रहते प्रशासन को ध्यान देना चाहिए था, लेकिन इस बार भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।

मौके पर मौजूद स्थानीय नेता और नागरिकों ने आरोप लगाया कि जब बरसात का मौसम शुरू होता है, तब ही प्रशासन की आंखें खुलती हैं, जबकि इन समस्याओं का समाधान पहले से किया जा सकता था। टाउन एरिया के ईओ और अध्यक्ष पर शिथिलता बरतने का आरोप भी लगाया गया। हरेंद्र त्यागी, अजय जायसवाल, नेहा रावत, उमर फारूक, अनीता निषाद, अभय पांडे, विनय यादव, अभिषेक जायसवाल जैसे कई स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी से मामले की जांच की मांग की है।

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आगे की उम्मीद

ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन और संबंधित अधिकारियों ने इस मुद्दे पर जल्द कार्रवाई नहीं की तो आने वाले दिनों में हालात और भी बिगड़ सकते हैं। लोग डेंगू जैसी संक्रामक बीमारियों के फैलने को लेकर भी चिंतित हैं। ऐसे में जिलाधिकारी से इस मामले की जांच और उचित समाधान की मांग की जा रही है।

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