Deoria News: रुद्रपुर में सड़कों पर जमा कचरे का ढेर, स्वच्छता अभियान की उड़ रही धज्जियां!

रुद्रपुर में पी.डब्ल्यू.डी. मार्ग पर टाउन एरिया द्वारा डंप किया गया कचरा आवागमन और स्वास्थ्य के लिए खतरा बन गया है। बदबू और मच्छरों से लोग परेशान हो रहे है और स्वच्छता अभियान की अनदेखी हो रही है।

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 17 July 2025, 1:00 PM IST
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Deoria: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रुद्रपुर टाउन एरिया में स्वच्छता का दावा हवा-हवाई साबित हो रहा है। रुद्रपुर-पिडरा मार्ग पर बथुआ नाला के पास बने पुल के किनारे पी.डब्ल्यू.डी. रोड पर टाउन एरिया के कर्मचारियों द्वारा शहर का सारा कूड़ा-कचरा लाकर डंप किया जा रहा है। यह कचरा न केवल सड़क पर आवागमन को बाधित कर रहा है, बल्कि आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी खड़ी कर रहा है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सड़ते-गलते कचरे से उठने वाली बदबू ने राहगीरों का जीना मुहाल कर दिया है। सुबह टहलने वालों, स्कूल जाने वाले बच्चों, व्यापारियों और किसानों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। यह मार्ग रुद्रपुर से करहकोल होते हुए कौड़ीराम को जोड़ने वाला प्रमुख रास्ता है, जिस पर रोजाना सैकड़ों लोग गुजरते हैं।

बरसात में बढ़ी परेशानी

बरसात का मौसम नजदीक आने के साथ ही कचरे के ढेर से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने इस समस्या को लेकर कई बार टाउन एरिया के अध्यक्ष सुधा निगम और कार्यकारी अधिकारी नितेश गौरव से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लोगों का आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारी और प्रतिनिधि इस मामले में पूरी तरह उदासीन हैं।

केवल कागजों तक ही सीमित अभियान

जहां भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान को बढ़ावा देने के लिए लाखों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, वहीं रुद्रपुर में यह अभियान केवल कागजों तक सीमित नजर आता है। सड़कों पर फैली गंदगी और कचरे का अंबार इस बात का सबूत है कि स्थानीय प्रशासन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा। मोहल्ले वासियों का कहना है कि सुबह की सैर के लिए निकलने वाले बुजुर्गों और बच्चों को बदबू के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही है।

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस कचरे को तुरंत हटाया जाए और भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो। अगर समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो बीमारियों का खतरा और बढ़ सकता है।

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