

पहलगांव में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले के बाद पूरे देश में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल
आगरा: पहलगांव में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले के बाद पूरे देश में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। लोग आतंकियों और उनके मददगारों से बदले की मांग कर रहे हैं। इस बीच आगरा से सांसद और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने बड़ा बयान दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार एसपी सिंह बघेल ने कहा है कि राष्ट्रहित में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार कड़े फैसले ले रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री पहले भी दो बार पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे चुके हैं। अभी डिप्लोमैटिक स्तर पर सख्त कदम उठाए गए हैं, लेकिन आगे और भी कड़े फैसले लिए जा सकते हैं।
जातीय जनगणना पर प्रतिक्रिया देते हुए बघेल ने कहा कि यह फैसला सराहनीय है। लेकिन कांग्रेस अगर इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रही है, तो यह गलत है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों की मांगें आती रहती हैं, लेकिन जनहित में फैसला मोदी सरकार ने लिया है।
बघेल ने आगे कहा "अगर कांग्रेस जातीय जनगणना का श्रेय ले रही है, तो उसे यह भी कहना चाहिए कि धारा 370 हटाने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है।"
बघेल ने साफ कहा कि भाजपा सरकार सोच-समझकर और राष्ट्रहित में फैसले लेती है। अब देखना यह होगा कि आने वाले समय में मोदी सरकार और कौन-कौन से सख्त कदम उठाती है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही देश में हरतरफ आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही हैं।
कल ही बढ़ी थी केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल की सुरक्षा
धनगर जाति के लोगों को अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र सुगमता से प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निर्गत न किए जाने के विरोध में आज राष्ट्रीय धनगर महासभा के आह्वान पर केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल के आवास पर प्रदर्शन करने जा रहे समाज के लोगों को पुलिस ने रोक दिया।
पुलिस ने केंद्रीय मंत्री के आवास को छावनी में तब्दील कर दिया है। लोग बेरीकेडिंग के पास खड़े होकर नारेबाजी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा धनगर समाज के व्यक्तियों को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र जारी करने के कई शासनादेश तथा उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा कई निर्णय दिए जा चुके हैं। इसके बाद भी तहसीलदारों द्वारा धनगर अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाए जा रहे हैं। इसी को लेकर धनगर समाज में आक्रोश है।