Raebareli: रायबरेली में लगभग 52 लाख रुपये की लागत से नगर पालिका द्वारा बनवाई जा रही एक महत्वपूर्ण सड़क के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार और घटिया गुणवत्ता का गंभीर आरोप लगा है। राम कृपाल चौराहे से मधुबन तक बनाई जा रही इस सड़क के निर्माण में कथित अनियमितताओं को लेकर स्थानीय लोगों का नगर पालिका अध्यक्ष शत्रुघ्न सोनकर के साथ आमना-सामना हो गया, जहां लोगों ने निर्माण कार्य की पूरी पोल खोल दी।
गुणवत्ता पर उठे सवाल
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, 10-12 साल बाद सड़क का निर्माण हो रहा है और फिर भी इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि 10-12 साल के लंबे अंतराल के बाद इस सड़क का नवीनीकरण किया जा रहा है, लेकिन निर्माण कार्य में गुणवत्ता के मानकों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। लोगों ने आरोप लगाया कि सड़क का निर्माण अक्सर रात के अंधेरे में किया जा रहा है, ताकि कार्य की गुणवत्ता पर कोई नज़र न रख सके।
रात के अंधेरे में बन रही रोड
स्थानीय निवासी रमेश चंद पांडे ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया, “रात के अंधेरे में रोड बनाने का काम किया जा रहा है और मिट्टी को भी रोड से ना साफ करके इस पर रोड बना दिया जा रहा है। यह सड़क कितने दिन चलेगी? इसी को लेकर मैं नगर पालिका अध्यक्ष को दिखाने के लिए लाया हूं।”
स्थानीय लोगों में असंतोष
वहीं, माधव सिंह एडवोकेट ने भी खराब गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि मधुबन रोड से लेकर राम कृपाल चौराहे तक बनाई जा रही यह सड़क बहुत ही खराब है और इसे रातों-रात पूरा करने की कोशिश की जा रही है। एक अन्य स्थानीय निवासी अंकित साहू ने भी रोड की गुणवत्ता पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इसके टिकाऊपन को लेकर कोई भरोसा नहीं है।
“यह केवल पहली लेयर, दो और लेयर बनेंगी”
सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोपों पर जब नगर पालिका के अधिकारियों से बात की गई, तो उन्होंने इन आरोपों को खारिज कर दिया। नगर पालिका के EO (अधिशासी अधिकारी) स्वर्ण सिंह का कहना है- “रोड को लेकर कोई अनियमितता नहीं बरती जा रही है। यह अभी पहली लेयर की पीसी (PC) हुई है, और अभी दो लेयर और बढ़िया से सड़क बनेगी। सड़क पर कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।”
नगर पालिका अध्यक्ष शत्रुघ्न सोनकर के सामने स्थानीय लोगों और निर्माण टीम के आमने-सामने आने से यह मामला गरमा गया है। स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद अब देखना यह है कि लगभग 52 लाख की लागत वाली इस सड़क के निर्माण कार्य की आगे की गुणवत्ता पर क्या कदम उठाए जाते हैं।

