

हरदोई के पिहानी में ऐतिहासिक रामलीला मैदान पर शव दफनाने से विवाद, भाजपा व रामलीला कमेटी ने जताया विरोध। प्रशासन ने जांच कर अवैध कब्जे हटाने के निर्देश दिए।
रावण दहन स्थल पर दफनाया गया शव
Hardoi: हरदोई के पिहानी कस्बे के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में उस वक्त विवाद खड़ा हो गया जब रावण दहन स्थल पर एक शव को दफन कर दिया गया। बता दें कि रामलीला कमेटी और भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसे आस्था का अपमान बताते हुए विरोध जताया और कार्रवाई की मांग करते हुए कोतवाली में तहरीर दी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार रामलीला कमेटी के अभिषेक वैश्य रिशु, बालकृष्ण गुप्ता, भाजपा नगर महामंत्री नीरज सिंह, नगर अध्यक्ष गौरव गुप्ता, विमलेश तिवारी और विनय गुप्ता ने कहा कि इससे पहले भी कुछ लोग यहां शव दफनाने का प्रयास कर चुके हैं, लेकिन विरोध के चलते ऐसा नहीं हो सका था। इस बार जानकारी न मिलने पर रावण दहन स्थल पर ही कब्र खोदकर शव दफना दिया गया।
बाहर निकाला शव
इन लोगों ने की मामले की जांच
सूचना पर एसडीएम शाहाबाद तान्या सिंह, सीओ हरियावा अजीत चौहान, ईओ अमित कुमार सिंह, कोतवाल विद्यासागर पाल, नायब तहसीलदार संतोष कुशवाहा, लेखपाल आशीष कुमार समेत राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच की।
नगर पालिका की है ये भूमि
राजस्व अभिलेखों के मुताबिक, जिस स्थान पर शव दफनाया गया है वह गाटा संख्या 663 पर स्थित नगर पालिका की भूमि है, जिसे कब्रिस्तान के रूप में दर्ज नहीं किया गया है। लेखपाल की रिपोर्ट के अनुसार कुछ लोगों ने इस भूमि पर अवैध निर्माण कर रखा है और कब्जे की नीयत से इसे कब्रिस्तान घोषित करने की कोशिश कर रहे हैं।
घटनास्थल पर भारी पुलिस बल
भूमि को संरक्षित करने के निर्देश
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम तान्या सिंह ने अधिशासी अधिकारी को अवैध कब्जेदारों को तत्काल बेदखल करने और भूमि को संरक्षित करने के निर्देश दिए। फिलहाल कब्र खोदकर शव को निकाला जा रहा है और उसे दूसरी अधिकृत जगह पर दफनाया जाएगा।
स्थानीय लोगों की नाराज़गी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रामलीला मैदान की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को देखते हुए स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर काफी नाराज़गी है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों इसके लिए भूमि पर बाउंड्री वॉल बनाई जाए और क्षेत्र की नियमित निगरानी हो।