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मिली जानकारी के मुताबिक, ई-रिक्शा चार्जिंग सेंटर को छिपाकर कफ सिरप के गोदाम के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। सूचना मिलने पर SIT की टीम ने गोदाम को चारों तरफ से घेर लिया और अंदर जाकर तलाशी ली। जांच में कार्टनों के अंदर भारी मात्रा में कफ सिरप मिला है।
एसआईटी ने छापेमारी की।
Varanasi: वाराणसी से कोडीन कफ सिरप मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है। इस कार्रवाई में एसआईटी को बड़ी सफलता मिली है। टीम को करीब 30 हजार कोडीन कफ सिरप की शीशियां मिली है। जिन्हें बरामद कर लिया गया है। छापेमारी का कनेक्शन हाल में हुई बड़ी कार्रवाई से भी जुड़ता है।
मिली जानकारी के मुताबिक, ई-रिक्शा चार्जिंग सेंटर को छिपाकर कफ सिरप के गोदाम के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। सूचना मिलने पर SIT की टीम ने गोदाम को चारों तरफ से घेर लिया और अंदर जाकर तलाशी ली। जांच में कार्टनों के अंदर भारी मात्रा में कफ सिरप मिला है। जिसे जल्द ही अलग-अलग जगहों पर भेजा जाना था।
यह पूरा नेटवर्क वाराणसी के अलावा आस-पास के जिले जैसे चंदौली, मिर्जापुर, भदोही और गाजीपुर तक फैला हुआ है। फर्जी बिलिंग, अलग-अलग गोदाम और ट्रांसपोर्ट के सहारे अवैध कारोबार को चलाया जा रहा था। इस नेटवर्क को जमीन पर संभालने का काम अजय जायसवाल कर रहा था।
यह गोदाम आरोपी शुभम के करीबी मनोज कुमार की बाउंड्री के अंदर चलाया जा रहा था। जब्त की शीशियां गई कीमत करीब 60 लाख रुपये बताई जा रही है।एसआईटी की छापेमारी में मौके से दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है। यह कार्रवाई सुजाबाद क्षेत्र में हुई है।