

चित्रकूट जिले के मानिकपुर की काली घाटी में पुलिस और मवेशी चोरों के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए और एक सिपाही भी जख्मी हुआ। पुलिस ने सतना और कौशांबी जिले के पांच कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार किया।
पुलिस बदमाश का किया एनकाउंटर
Chitrakoot: चित्रकूट जिले में लगातार चोरी और मवेशी तस्करी की वारदातें आम जनता और पुलिस दोनों के लिए सिरदर्द बन गई थीं। लोगों का कहना था कि रात होते ही चोरों का आतंक शुरू हो जाता था। आखिरकार पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए मानिकपुर की काली घाटी में दबिश दी और फिर वही हुआ जिसका अंदेशा था, यानी पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पिछले कई महीनों से चित्रकूट और आसपास के गांवों में मवेशी चोरी की घटनाएं बढ़ रही थीं। ग्रामीण लगातार पुलिस से शिकायत कर रहे थे कि संगठित गिरोह रात में मवेशी चोरी कर ट्रकों में भरकर फरार हो जाते हैं। इन गिरोहों पर कई जिलों में पहले से गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
चित्रकूट: मानिकपुर की काली घाटी में पुलिस और मवेशी चोरों के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए और एक सिपाही भी जख्मी हुआ। पुलिस ने सतना और कौशांबी जिले के कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार किया। इन पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।#Chitrakoot #Crime… pic.twitter.com/TzFk8COpgH
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) August 30, 2025
वहीं मानिकपुर थाना क्षेत्र के काली घाटी इलाके में भी शनिवार देर रात ऐसा ही एक मामला सामने आया। जैसे ही पुलिस को मवेशी चोरी की सूचना मिली, टीम मौके पर पहुंची। बदमाशों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस मुठभेड़ में दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए। वहीं, बदमाशों की गोलीबारी में एक सिपाही भी घायल हुआ।
मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने सीमावर्ती सतना जिले के चार और कौशांबी जिले के एक बदमाश को गिरफ्तार किया। पकड़े गए बदमाश लंबे समय से इलाके में मवेशी चोरी और तस्करी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। इनका आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पकड़े गए बदमाश पेशेवर अपराधी हैं और कई मामलों में वांछित चल रहे थे। ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है कि अब मवेशी चोरी की घटनाओं पर लगाम लगेगी। सवाल यह है कि आखिर बार-बार पकड़ने के बावजूद ये गिरोह दोबारा सक्रिय कैसे हो जाते हैं? क्या इन अपराधियों को राजनीतिक या स्थानीय संरक्षण प्राप्त है? फिलहाल पुलिस की इस कार्रवाई से ग्रामीणों में भरोसा बढ़ा है, लेकिन आम लोगों की मांग है कि ऐसे अपराधियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो ताकि भविष्य में कोई फिर से ऐसी वारदात की हिम्मत न कर सके।