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चिल्लूपार और गोला क्षेत्र सोमवार की रात से ही पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंगलवार 3 दिसंबर को प्रस्तावित दौरे की जोरदार चर्चा। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री दो अलग-अलग स्थानों पर उरुवा क्षेत्र स्थित चचाईराम मठ और गोला तहसील अंतर्गत मदारिया मंदिर पर आयोजित शोक सभाओं में शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
Gorakhpur: गोरखपुर के चिल्लूपार और गोला क्षेत्र सोमवार की रात से ही पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंगलवार 3 दिसंबर को प्रस्तावित दौरे की जोरदार चर्चा। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री दो अलग-अलग स्थानों पर उरुवा क्षेत्र स्थित चचाईराम मठ और गोला तहसील अंतर्गत मदारिया मंदिर पर आयोजित शोक सभाओं में शामिल होने के लिए शाम करीब 3 बजे क्षेत्र में पहुंच सकते हैं। हेलिकॉप्टर के संभावित लैंडिंग पॉइंट को देखते हुए दोनों स्थानों पर अस्थायी हेलीपैड तैयार किए जा रहे हैं, जबकि प्रशासनिक अमला दिनभर व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटा रहा।
सीएम के संभावित आगमन को लेकर गोला तहसील क्षेत्र में गतिविधियाँ तेजी से बढ़ गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक कंट्रोल, वीआईपी रूट प्लानिंग से लेकर भीड़ प्रबंधन तक—हर बिंदु पर विभागों की टीम मैदान में डटी है। लोक निर्माण विभाग ने मठों और समाधि स्थलों की ओर जाने वाले रास्तों की मरम्मत युद्धस्तर पर शुरू कर दी है। दोनों परिसरों में साफ-सफाई, बैरिकेडिंग और सुरक्षा घेरा तैयार करने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
उपजिलाधिकारी अमित कुमार जायसवाल ने बताया कि “सीएम के संभावित दौरे को देखते हुए तैयारियां की जा रही हैं, हालांकि अभी तक आधिकारिक प्रोटोकॉल प्राप्त नहीं हुआ है।” इसके बावजूद प्रशासन किसी भी स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार रहने की रणनीति पर काम कर रहा है।
चचाईराम मठ के महंत पंचानन पुरी महाराज का 16 नवंबर को हृदय गति रुकने से निधन हो गया था। इसके बाद 28 नवंबर को प्रणव पुरी को नया महंत बनाया गया। वहीं मदारिया कुटी के महंत डॉ. रामजी दास महाराज का 25 अक्टूबर को निधन हो गया था, जिनकी जगह 7 नवंबर को श्रीशदास महाराज को महंत की जिम्मेदारी सौंपी गई। दोनों संतों के निधन पर मुख्यमंत्री योगी पहले ही शोक व्यक्त कर चुके हैं और अब व्यक्तिगत रूप से श्रद्धांजलि अर्पित करने आ सकते हैं।
चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी ने पुष्टि करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री दोनों महंतों के निधन पर संवेदना व्यक्त करने क्षेत्र में आ रहे हैं। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से अपील की कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर मुख्यमंत्री का स्वागत करें। उन्होंने कहा कि “राम मंदिर निर्माण और ध्वज स्थापना के बाद मुख्यमंत्री पहली बार इस क्षेत्र में आ रहे हैं, यह क्षेत्र के लिए गर्व और ऐतिहासिक अवसर है।”
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चचाईराम मठ और मदारिया कुटी दोनों में अस्थायी हेलीपैड तेजी से तैयार किया जा रहा है। सुरक्षा बलों का मूवमेंट बढ़ गया है और स्थानीय प्रशासन लगातार स्थल निरीक्षण कर रहा है। कल का दिन चिल्लूपार-गोला क्षेत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण होने जा रहा है। अब नजरें इस बात पर टिकी हैं कि मुख्यमंत्री का आधिकारिक कार्यक्रम कब जारी होता है और वे किस समय क्षेत्र में पहुंचते हैं।