

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बड़ी वारदात हुई है, जो आपके होशो-हवास उड़ा देगी। जानने के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
घायल युवक (सोर्स- इंटरनेट)
लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां शंख एयरलाइंस के सीईओ श्रवण विश्वकर्मा ने एक युवक की जमकर पिटाई की, जिसमें युवक घायल हो गया और उसके शरीर में 19 चोटें आई हैं। बता दें कि सीईओ ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर एक कंपनी के सेल्स एक्जीक्यूटिव प्रभात लोहानी को पीटा था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, सीईओ और उसके साथियों ने पहले प्रभात को बंधक बनाया और उल्टा लटका दिया। जिसके बाद उन्होंने घटना को अंजाम दिया। मामले को लेकर पीड़ित यानी प्रभात लोहानी का आरोप है कि सीईओ ने पीटने के बाद चोटों पर नमक छिड़का था।
प्रभात ने दर्ज कराई शिकायत
घटना के तुरंत बाद प्रभात ने थाना पहुंचकर सीईओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस एक्शन में आई और सीईओ समेत छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। हालांकि पुलिस कार्रवाई में जुटी है और इस दौरान पुलिस ने प्रभात का मेडिकल जांच कराया।
मेडिकल रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
प्रभाव लोहानी की मेडिकल जांच में बड़ा खुलासा यह हुआ कि पीड़ित के शरीर में 19 चोटें आई हैं, जो काफी गहरे जख्म हैं। पीड़ित के बयान के मुताबिक पुलिस ने श्रवण विश्वकर्मा, आलोक पांडेय, संगम अभिरल अग्रवाल, उपेन्द्र सिंह और तीन अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और तीन को हिरासत में भी ले लिया है। पुलिस अभी जांच कर रही है।
क्या है पूरा मामला ?
श्रवण विश्वकर्मा लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार में रहता है और उसने अपने घर में लिफ्ट लगवाने का कार्य जॉनसन लिफ्ट प्राइवेट लिमिटेड को दिया था। बता दें कि कंपनी ने पहले ही कह दिया था कि लिफ्ट लगने में केवल 40 से 45 दिन लगेंगे। जिसके बाद श्रवण ने 20 अप्रैल को ऑर्डर दे दिया। जब कंपनी के कर्मचारी श्रवण के घर पहुंचे तो आरोपी श्रवण ने मेल करके काम कराने के लिए कुछ समय मांगा। कंपनी की टीम फिर 28 अप्रैल को काम करने के लिए श्रवण के घर पहुंची।
श्रवण ने शुरू की मारपीट और गाली-गलौज
काम के पांच दिन बाद श्रवण ने आदेश दिया कि लिफ्ट चालू करने को कहा। जब टीम ने बताया कि इस कार्य को पूरा होने में अभी 10 से 15 दिन और लगेंगे तो आरोपी गुस्से से लाल-पीला हो गया और गाली-गलौज करने लगा। इसके बाद आरोपी ने काम करने पहुंचे कर्मचारियों का फोन छीना और मारपीट शुरू कर दी। श्रवण और उसके साथियों ने पवन यादव, प्रवेश कुमार, राजमनी मौर्य और अभिलान्शु त्रिपाठी को बंधक बना लिया।
कंपनी की टीम पहुंची श्रवण के घर
किसी तरह पवन यादव ने कंपनी के एचआर को कॉल करके सारी घटना बताई, जिसके बाद एचआर ने पुलिस को सूचित किया और इसके बाद सेल्स एक्जीक्यूटिव, सेल्स मैनेजर सहित कंपनी के अन्य कर्मचारी बातचीत करने श्रवण के घर पहुंचे। ऐसे में प्रभात माहौल को शांत करने का प्रयास करने लगा तो उसे लिफ्ट के खाली डक्ट में खड़ा कर दिया।
श्रवण ने बंदूक की नोक पर कराया काम
जब सबने इसका विरोध किया तो श्रवण ने प्रभात के ऊपर बंदूक टांग दी।इसके बाद श्रवण और उसके साथियों ने मिलकर उल्टा लटका दिया और सारी घटना को अंजाम दिया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह मामला इस वक्त हद से ज्यादा आगे बढ़ गया है और कई लोग इसका विरोध भी कर रहे हैं।