

मोहम्मद साहब ने अपनी बेगम से गाय और भैंस के दूध को सिफा बताया था। साथ में मांस खाने को लेकर उन्होंने कहा था कि इससे बीमारियां फैलती हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नंदकिशोर गुर्जर
गाजियाबाद: भाजपा के लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर एक बार फिर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार उन्होंने एक विवादास्पद बयान दिया है। जिसमें उन्होंने मोहम्मद साहब को शाकाहारी बताया है। विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि वह लौकी और तोरई खाते थे। इसके अलावा विधायक ने बकरा ईद पर पशुओं की बली ना देने की अपील की है। इसके बजाय केक काटकर मनाने का सुझाव दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि मोहम्मद साहब शाकाहारी थे। विधायक ने कहा कि मोहम्मद साहब वह लौकी और तोरई खाते थे। उनका दावा है कि मोहम्मद साहब ने अपनी बेगम से गाय और भैंस के दूध को सिफा बताया था। साथ में मांस खाने को लेकर उन्होंने कहा था कि इससे बीमारियां फैलती हैं। गुर्जर ने कहा कि यह उनकी धार्मिक शिक्षा का हिस्सा था, जिससे उनकी शाकाहारी आदतों का समर्थन होता है।
बकरा ईद पर पशु बलि पर विवादित अपील
इसके साथ ही विधायक ने बकरा ईद के मौके पर पशु बलि देने पर भी अपना विरोध जताया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखकर बकरा ईद पर पशुओं की बली न देने की अपील की है। गुर्जर ने यह सुझाव भी दिया कि लोग बकरा ईद के अवसर पर केक काटकर उत्सव मनाएं। बजाय इसके कि वे पशु की कुर्बानी दें। इस अपील को लेकर सोशल मीडिया और राजनीति में प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। जहां कई लोगों ने इसे एक असंवेदनशील और विवादास्पद बयान बताया है।
पुलिस को भेजा पत्र
लोनी विधायक ने इस संबंध में गाजियाबाद पुलिस आयुक्त को पत्र भेजकर बकरा ईद पर प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी रोकने की अपील की है। उन्होंने पत्र में लिखा कि बकरीद के दौरान क्षेत्र में प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी होने की सूचना मिली थी और वह चाहते हैं कि ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाए।
खन्ना नगर कॉलोनी में तस्करों को पकड़ने का दावा
गुर्जर ने यह भी दावा किया कि उनके कार्यकर्ताओं ने बुधवार रात खन्ना नगर कॉलोनी में तीन गौ तस्करों को पकड़ा। इन तस्करों पर आरोप था कि वे प्रतिबंधित पशुओं और भैंस को बकरा ईद के लिए कुर्बानी देने के उद्देश्य से लेकर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि जब यह घटना पुलिस चौकी के पास हुई, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस चौकी प्रभारी ने उनके कार्यकर्ताओं को डांटते हुए भ्रामक जानकारी दी।