

गोरखपुर में मीट की दुकानों पर बर्ड फ्लू का संक्रमण बढता जा रहा हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बर्ड फ्लू (H5N1) का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। शहर के विभिन्न मीट की दुकानों पर बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद नगर निगम की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 350 मुर्गों को मारकर दफनाया है। यह कार्रवाई झुंगिया बाजार, एल्यूमिनियम फैक्ट्री, तारामंडल, भगत चौराहा और अन्य क्षेत्रों से लिए गए सैंपलों में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद की गई।जिला प्रशासन ने बर्ड फ्लू के प्रसार को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं।
गोरखपुर में मुर्गों की बिक्री पर 21 दिनों तक प्रतिबंध लगा दिया गया है, और सभी पोल्ट्री दुकानों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है। मुख्य विकास अधिकारी के नेतृत्व में टीमें प्रभावित क्षेत्रों में सैंपलिंग और सैनिटाइजेशन का कार्य कर रही हैं।
डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट को मिली जनकारी अनुसार पशु चिकित्सा विभाग के अनुसार, यह संक्रमण संभवतः प्रवासी पक्षियों के माध्यम से फैला, जो इस क्षेत्र के जलाशयों में मौजूद हैं। गोरखपुर चिड़ियाघर में पहले भी बर्ड फ्लू के मामले सामने आए थे, जहां एक बाघिन और अन्य जानवरों की मौत इस वायरस के कारण हुई थी।नगर निगम और पशु चिकित्सा विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अगले कुछ दिनों तक चिकन और अंडों का सेवन करने से बचें।पशुपालन विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम ने गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज के पोल्ट्री फार्मों से करीब 1300 पक्षियों के नमूने लिए। इन सभी की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि उच्च तापमान पर पकाया गया चिकन सुरक्षित है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है।जिला प्रशासन ने आपातकालीन नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं और लोगों से बीमार या मृत पक्षियों की सूचना तुरंत देने का आग्रह किया है।
गोरखपुर में पोल्ट्री उद्योग पहले ही 25% बिक्री में कमी का सामना कर रहा है, और इस ताजा घटना ने स्थानीय व्यापारियों में दहशत पैदा कर दी है।
अधिक जानकारी के लिए प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, और नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील की गई है।