

बाराबंकी की रामसनेहीघाट पुलिस ने शातिर बाइक चोर मुकेश जायसवाल को गिरफ्तार किया है। वांछित मुकेश के कब्जे से 9 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद हुईं। जानिए पूरा क्या है पूरा मामला?
पुलिस ने बरामद की चोरी हुई बाइकें
बाराबंकी: जिले में अपराधियों के खिलाफ पुलिस का अभियान रंग ला रहा है। रामसनेहीघाट थाना पुलिस ने एक बार फिर अपनी सतर्कता और सूझबूझ से एक कुख्यात अपराधी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय के कुशल निर्देशन में गठित विशेष टीम ने शातिर वाहन चोर मुकेश जायसवाल को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 9 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की हैं। यह जानकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) ने पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
कई धाराओं में मामला दर्ज
दरअसल, मुकेश जायसवाल, ग्राम देवीगंज, थाना असन्द्रा, बाराबंकी का निवासी है, जो एक खूंखार अपराधी के रूप में जाना जाता है। उसके खिलाफ रामसनेहीघाट थाने में हत्या (धारा 303(2)), गैंगस्टर एक्ट और अन्य गंभीर अपराधों के तहत तीन मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, मुकेश ने हत्या की एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद फरारी काट ली थी।
पुरानी मोटरसाइकिलों को बनाता था निशाना
इस दौरान उसने एक गिरोह बनाकर वाहन चोरी का धंधा शुरू कर दिया। वह खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में पुरानी और लोकप्रिय मोटरसाइकिलों को निशाना बनाता था। चोरी की बाइकों को वह आसपास के जिलों में औने-पौने दामों में बेच देता था, जिससे उसका आपराधिक साम्राज्य फलता-फूलता रहा।
मुखबिर से मिली थी जानकारी
इसके बाद, 25 जून को रामसनेहीघाट पुलिस को मुखबिर से मिली गोपनीय सूचना ने इस शातिर चोर का खेल खत्म कर दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुकेश को घेर लिया और उसे धर दबोचा। पूछताछ के दौरान मुकेश ने अपने गुनाह कबूल किए और पुलिस को चोरी की बाइकों के ठिकानों की जानकारी दी। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से 9 मोटरसाइकिलें बरामद कीं, जिनमें कई ऐसी बाइकें शामिल हैं जो पिछले कुछ महीनों में चोरी हुई थीं।
पुलिस जांच में हुआ खुलासा
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि मुकेश का आपराधिक नेटवर्क काफी सुनियोजित था। वह रात के अंधेरे में ग्रामीण क्षेत्रों में रेकी करता और मौका पाते ही बाइक चुरा लेता। उसकी चालाकी और फरारी ने पुलिस के लिए चुनौती खड़ी की थी, लेकिन रामसनेहीघाट पुलिस की मेहनत और लगन ने आखिरकार उसे पकड़ लिया।