

गोरखपुर में फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंक से धोखाधड़ी करने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह मामला IPC की कई धाराओं में दर्ज है। आईये जानते हैं कि क्या है पूरा मामला?
थाना गोला (सोर्स-इंटरनेट)
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद के थाना गोला की पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले में कूटरचित दस्तावेजों के जरिए बैंक से धोखाधड़ी करने वाली महिला अभियुक्ता मालती को गिरफ्तार कर लिया है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर राज करन नैयर के निर्देश पर चलाए जा रहे अपराध नियंत्रण अभियान के तहत की गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पुलिस अधीक्षक दक्षिणी के मार्गदर्शन, क्षेत्राधिकारी गोला के पर्यवेक्षण और प्रभारी निरीक्षक गोला अंजुल चतुर्वेदी के नेतृत्व में उपनिरीक्षक देवेंद्र सिंह यादव की टीम ने मालती को धर दबोचा।
जानें क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह मामला थाना गोला में दर्ज मुकदमा संख्या 548/2023 से संबंधित है, जिसमें अभियुक्ता पर भारतीय दंड संहिता की धारा 406, 420, 467, 468, 471, 409 और 120(बी) के तहत आरोप दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, मालती ने अपने पति खुशहाल को मृत घोषित कर कूटरचित मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया और बैंक से लोन की किस्तें जमा करना बंद कर दिया। इतना ही नहीं, उसने पहले जमा की गई किस्तों को धोखाधड़ी से डेथ क्लेम के रूप में बैंक से अवैध रूप से निकाल लिया।
मुखबीर से मिली सूचना पर कार्रवाई
वहीं शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार अभियुक्ता मालती, ग्राम बिसरा, थाना गोला, गोरखपुर की निवासी है। पुलिस ने बताया कि वह लंबे समय से फरार चल रही थी और उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे। मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी टीम में ये रहे शामिल
इस गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अंजुल चतुर्वेदी, उपनिरीक्षक देवेंद्र सिंह यादव, कांस्टेबल बलवीर सिंह, महिला कांस्टेबल रमा पांडेय और पीआरडी चंद्रावती शामिल थीं। पुलिस ने अभियुक्ता के खिलाफ अग्रिम विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कार्रवाई से क्षेत्र में अपराधियों के खिलाफ सख्ती का संदेश गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अपराध पर अंकुश लगाने के लिए ऐसे अभियान निरंतर जारी रहेंगे। स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है।
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