

यूपी के भदोही जनपद से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां पुलिस ने अंतरजनपदीय ठग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
Bhadohi: औराई पुलिस, स्वॉट व सर्विलांस टीम की संयुक्त कार्रवाई में अंतरजनपदीय ठग गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है, जो बैंकों से पैसे निकालने वाले ग्राहकों को निशाना बनाकर बड़ी चालाकी से ठगी करता था। पुलिस ने गिरोह के तीन शातिर सदस्यों- अज़हरुल्लाह (निवासी मुज़फ्फरनगर), सरफ़राज़ खान (निवासी संभल) और रिज़वान अहमद (निवासी प्रयागराज)- को औराई क्षेत्र के चीनी मिल चौराहे के पास से गिरफ्तार किया। इनके पास से एक देसी तमंचा, ज़िंदा कारतूस, चार मोबाइल, ₹22,500 नकद, दो लाख रुपये की नकली नोटों की गड्डी और वारदात में इस्तेमाल टैम्पो बरामद हुआ।
30 जून को औराई के रहने वाले एकलाख अहमद ने पंजाब नैशनल बैंक से ₹49,000 निकाले। बैंक परिसर में दो युवकों ने खुद को भोला-भाला बताकर कहा कि उन्हें ₹2 लाख पोस्ट-ऑफिस में जमा कराने हैं लेकिन प्रक्रिया नहीं आती। उन्होंने मदद के बहाने एकलाख को स्कूटी पर बैठाया और पोस्ट-ऑफिस की ओर चल दिए। रास्ते में उनका तीसरा साथी टैम्पो लिए खड़ा मिला। योजनाबद्ध ढंग से तीनों ने असली पैसे लेकर उसके बदले नकली नोटों की गड्डी पकड़ा दी और टैम्पो में बैठकर फरार हो गए।
घटना की शिकायत मिलते ही थाना औराई पुलिस ने बैंक और आसपास के CCTV फुटेज खंगालने शुरू किए। कुछ संदिग्धों की पहचान होते ही स्वॉट और सर्विलांस टीम को अलर्ट किया गया। मुखबिर की सटीक सूचना पर चीनी मिल चौराहे पर घेराबंदी कर तीनों को धर दबोचा गया।
CCTV से पकड़ में आए ठग, तमंचा और नकदी बरामद
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि वे अलग-अलग जिलों में घूमकर बैंकों के बाहर घंटों रेकी करते थे। वे ऐसे ग्राहकों को चुनते थे जो अकेले हों और बड़ी रकम निकालते हों। ‘फॉर्म भरने’, ‘रास्ता बताने’ या ‘पोस्ट-ऑफिस में मदद’ के बहाने विश्वास जीतकर वे ठगी को अंजाम देते थे।
एएसपी शुभम अग्रवाल ने लोगों से अपील की है कि कोई भी अजनबी यदि बैंक या पोस्ट-ऑफिस के लेनदेन में मदद मांगे तो सतर्क रहें। नकदी दिखाते या सौंपते समय भीड़भाड़ वाले स्थान या सुरक्षा गार्ड के पास ही लेनदेन करें। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना तुरंत 112 या नजदीकी थाने को दें।
गिरफ्तार तीनों आरोपियों पर लूट, धोखाधड़ी, आर्म्स एक्ट और गैंगस्टर अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। पुलिस अब गिरोह के अन्य साथियों की तलाश और पूर्व की घटनाओं की जांच में जुट गई है ताकि अन्य पीड़ितों को भी न्याय मिल सके।