

जहांगीराबाद के मंडावली गांव में तेज रफ्तार स्कूल बस ने बाइक सवार मामा-भांजे को कुचल दिया। भांजे चिंटू शर्मा की मौके पर मौत हो गई, मामा गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। ग्रामीणों में आक्रोश है और आरोपी ड्राइवर फरार है।
चिंटू शर्मा का फाइल फोटो
Bulandshahr News: बुलंदशहर जनपद के जहांगीराबाद क्षेत्र के मंडावली गांव में गुरुवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। धामनी गांव जा रहे मामा-भांजे को तेज रफ्तार और बिना नंबर प्लेट की स्कूल बस ने कुचल दिया। हादसे में 21 वर्षीय चिंटू शर्मा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके मामा सत्यनारायण शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा सुबह करीब 7:30 बजे अहमदगढ़ थाना क्षेत्र के पतरामपुर चौराहे पर हुआ।
कैसे हुआ हादसा?
मंडावली निवासी सत्यनारायण शर्मा अपने भांजे चिंटू के साथ बाइक से खाद के कट्टे खरीदने के लिए धामनी गांव जा रहे थे। पतरामपुर चौराहे पर सामने से आ रही राघव ग्लोबल स्कूल की बस ने तेज रफ्तार में उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। बस पर नंबर प्लेट नहीं लगी थी और ड्राइवर नियंत्रण खो बैठा। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि चिंटू शर्मा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि मामा गंभीर रूप से घायल हो गए।
ग्रामीणों में आक्रोश
घटना के बाद स्थानीय ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए और घायलों को तुरंत जहांगीराबाद सीएचसी पहुंचाया। चिंटू को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि सत्यनारायण को जिला अस्पताल रेफर किया गया। हादसे के बाद आरोपी बस ड्राइवर बस को स्कूल परिसर में खड़ा करके फरार हो गया। जब ग्रामीण स्कूल पहुंचे तो वहां ताला लगा मिला, जिससे आक्रोश और बढ़ गया। नाराज ग्रामीणों ने स्कूल के बाहर हंगामा किया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने की कार्रवाई
जहांगीराबाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि बस ड्राइवर की तलाश की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं, बस और स्कूल के संचालन से जुड़े दस्तावेज भी जांच के दायरे में हैं।
सपनों की उड़ी धज्जियां
मृतक चिंटू शर्मा का सपना था कि वह देश सेवा करे। वह अनूपशहर के डीपीबीएस डिग्री कॉलेज से बीसीए कर रहा था। वह फौज और पुलिस में भर्ती की तैयारी में जुटा था। परिवार ने बताया कि उसका सिलेक्शन आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) में हो चुका था। चिंटू मूल रूप से फरीदाबाद का रहने वाला था, लेकिन पढ़ाई के लिए वह अपने मामा के पास मंडावली में रह रहा था।