Bahraich News: रसायनिक उर्वरकों से बचें किसान, आर्गेनिक खेती करें, जानिये कैसे पाएं ज्यादा लाभा

उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद में शुक्रवार को विकसित कृषि संकल्प अभियान का शुभारम्भ किया गया। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 30 May 2025, 7:00 PM IST
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बहराइच: प्रदेश के कृषि सूर्य प्रताप शाही ने शुक्रवार को जनपद में एक दिवसीय जनपद भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा संचालित विकसित कृषि संकल्प अभियान-2025 का शुभारंभ किया। इस अभियान के तहत कृषि विज्ञान केन्द्र नानपारा में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों, कृषि अधिकारियों तथा क्षेत्रीय कर्मचारियों को निर्देश दिया कि विभाग की समस्त योजनाओं को किसानों तक पहुंचायें।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि के साथ-साथ बकरी, कुक्कुट व मत्स्यपालन को अपनाने की सलाह दें ताकि कृषकों की आय दोगुना हो सके।

कृषि मंत्री शाही ने किसानों का आह्वान किया कि खेतों में आर्गेनिक मैटर बढ़ाने के लिये दैचा का प्रयोग करें। अत्याधिक रसायनिक उर्वरकों से भूमि की उर्वरा शक्ति क्षीण होने से उत्पादन में स्थिरता आ रही है। उन्होंने कहा कि बढ़ती आबादी को विषमुक्त खाद्यान्न उपलब्ध कराना आज की आवश्यकता है। भारत सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती पर बल दिया जा रहा है।

किसानों को चाहिए कि आर्गेनिक खेती करें तथा रसायनिक उर्वरकों के उपयोग से बचें। उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 26 में प्रदेश के किसानों के लिए 50000 से अधिक सोलर पम्प वितरण कराने का लक्ष्य स्खा गया है।

कृषि मंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य में आभूतपूर्व वृद्धि की गयी है। उन्होंने कहा कि तीनों मौसम में जिले में मक्का उत्पादन को देखते हुए रवी में भी मक्का क्रय केन्द्र खोला जायेगा। कृषि मंत्री ने कृषकों को महुआ व ढैचा की खेती करने का सुझाव देते हुए कहा कि सरकार द्वारा रू. 7000 प्रति कुंतल की दर से खरीदा जायेगा। धान की सीधी बुवाई फसल की लागत में कमी के लिए जल संचयन हेतु ड्रिप इरीगेशन, स्प्रिंकलर लगवायें। धान व अन्य फसलों के प्रदर्शन पर कृषकों को नैनो यूरिया का छिड़काव करेंगे तो लागत में कमी आयेगी उत्पादन में बढ़ेगा। उन्होंने किसानों को सलाह दी की कृषि वानिकी अपनायें अपने खेत की मेड़ों पर पेड़ लगायें। इससे भी उन्हें आमदनी होगी।

कृषि मंत्री ने कहा कि पहली बार कृषि वैज्ञानिक गांवों में जा रहे है। 29 मई से 12 जून तक चलने वाला अभियान विकसित भारत के अभियान की अवधारणा को पूरा करेगा। इस अभियान के तहत किसानों को आधुनिक खेती के तरीके बताये जा रहे है। इससे समृद्धि आयोगी 11 साल में पूरे देश में खेती में नवाचार हुआ है और एमएसपी तय हुई है। किसानों को अच्छे बीज मिल रहे है। लैब टू लैण्ड अभियान शुरु हो रहा है, जिसके अच्छे नतीजे प्राप्त होंगे।

बैठक के दौरान उपनिदेशक कृषि विनय कुमार वर्मा ने विकसित भारत संकल्प अभियान के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की। कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शशिकान्त दास ने कृषकों के प्रक्षेत्र भ्रमण, जिला कृषि अधिकारी सूबेदार यादव ने बीज खाद की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्रदान की।

संयुक्त कृषि निदेशक देवीपाटन मण्डल गोण्डा लोकेन्द्र सिंह ने जनपद एवं मण्डल के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा कि कृषि एवं एलाइड विभाग की योजनाओं की जानकारी गांव गांव तक पहुंचाना प्राथमिकता है। मण्डल में उर्वरक बीज सहित अन्य कृषि निवेश उपलब्ध कराया जा रहा है। विकसित भास्त सकल्प अभियान भारत सरकार की महती योजना है। इससे किसानों को आपूतपूर्व लाभ होगा।

इस अक्सर पर भाजपा के कई नेता, ग्राम प्रधानगण, कृषि विज्ञान केन्द्र नानपारा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. पी.के. सिंह, डॉ. उमेश गौतम, डॉ. सुनील कुमार, उपसभागीय कृषि प्रसार अधिकारी नानपारा सुधीर कुमार मिश्रा, प्रभारी राजकीय कृषि बीज भण्डार बलहा अमर सिंह एवं कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारी/अधिकारी तथा बड़ी संख्या में कृषक एवं महिला कृषक उपस्थित रहे।

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