

एम्स रायबरेली में विकलांगता रोकथाम और प्रबंधन पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। रोचक गतिविधियों, विशेषज्ञ व्याख्यान और सम्मानित कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया।
रायबरेली में विकलांगता रोकथाम कार्यक्रम
Raebareli: एम्स रायबरेली में 'विकलांगता को होने से पहले रोकना' योजना के तहत एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य मरीजों, उनके परिजनों तथा आम जनमानस में विकलांगता की रोकथाम एवं उसके प्रबंधन के प्रति जागरूकता फैलाना था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार कार्यक्रम का उद्घाटन AIIMS रायबरेली के डिप्टी डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन (DDA) द्वारा किया गया, जिसमें संस्थान के फैकल्टी सदस्य, अधिकारीगण, नर्सिंग अधिकारी, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में कई रोचक गतिविधियों का आयोजन
बता दें कि इस अवसर पर मरीजों और उनके परिजनों के लिए व्हीलचेयर रेस, मोमबत्ती बुझाना, बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता, कैरम एवं शतरंज प्रतियोगिता जैसी कई रोचक गतिविधियों का आयोजन किया गया। सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। रोगी सेवा एवं समर्पित कार्य हेतु रेजिडेंट डॉक्टर, नर्सिंग ऑफिसर एवं स्टाफ सदस्यों को डिप्टी डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा सम्मानित किया गया।
सार्वजनिक जागरूकता सत्र के अंतर्गत "गर्भ से जीवन तक ,जन्म से पूर्व विकलांगता की रोकथाम" विषय पर आमंत्रित विशेषज्ञ डॉ. कृष्णा सिंह, विभाग प्रसूति एवं स्त्री रोग (Obstetrics & Gynaecology) द्वारा व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। उन्होंने गर्भकालीन (Antenatal) तथा प्रसवकालीन (Perinatal) देखभाल के महत्व पर प्रकाश डाला। उनकी प्रस्तुति को श्रोताओं द्वारा अत्यंत सराहना प्राप्त हुई।
इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद के. शर्मा ने बताया कि विभाग में सभी प्रमुख पुनर्वास सेवाएँ जैसे न्यूरो रिहैबिलिटेशन, मस्कुलोस्केलेटल रिहैबिलिटेशन, बाल पुनर्वास, पुनर्वास सर्जरी एवं अन्य सहायक सेवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही विभाग में वर्चुअल रियलिटी रिहैबिलिटेशन एवं रोबोटिक्स रिहैबिलिटेशन सेवाएं भी प्रारंभ की जाएंगी।
सहायक प्राध्यापक ने कही ये बड़ी बात
सहायक प्राध्यापक डॉ. सत्यशील सिंह अस्थाना ने विकलांगता की रोकथाम के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि प्रारंभिक हस्तक्षेप और जागरूकता से अनेक विकृतियों को होने से पहले ही रोका जा सकता है। कार्यक्रम में उपस्थित मरीजों ने PMR विभाग की सुविधाओं की सराहना की एवं अपने अनुभव साझा किए कि किस प्रकार से इस विभाग की सेवाओं से उन्हें लाभ पहुंचा है और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
इन लोगों ने दिया योगदान
इस आयोजन को सफल बनाने में आयोजन समिति के डॉ. विक्रम प्रातिहस्त, डॉ. इंद्रजीत, डॉ. इवाना, अंकित सिंह, आभास, धर्मेन्द्र, सुनील एवं अनीता आदि ने विशेष योगदान किया।