

अमेठी जिले से अच्छी खबर सामने आई है। अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस और ग्रामीण एकजुट हो गए हैं। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज पर
अमेठी: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से अच्छी खबर सामने आई है। यहां कानून व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए अब ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात ग्राम प्रहरियों (चौकीदारों) को एक बार फिर सक्रिय भूमिका में लाया जा रहा है। ये ग्राम प्रहरी अपने गांवों में घटने वाली हर संदिग्ध या आपराधिक गतिविधि की सूचना तत्काल संबंधित थाने को देंगे, जिससे समय रहते पुलिस कार्रवाई कर सके और अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक, गांवों में पुलिस और आमजन के बीच संवाद सेतु की भूमिका निभाने वाले ग्राम प्रहरी, अपने स्थानीय ज्ञान और लोगों से सीधे जुड़ाव के चलते घटनाओं की सबसे पहले जानकारी रखते हैं। फिलहाल जिले में कुल 1020 ग्राम प्रहरी तैनात हैं, जिन्हें हर महीने 2500 मानदेय, एक कैप, टॉर्च और टिफिन बॉक्स दिया जाता है। अभी तक अधिकतर ग्राम प्रहरी महज औपचारिक हाजिरी और सफाई जैसे कामों तक सीमित थे, लेकिन अब इनकी जिम्मेदारी और बढ़ाई जा रही है।
संदिग्ध गतिविधियों पर रखेंगे नजर
जानकारी के मुताबिक, ग्राम प्रहरी गांव के भीतर संदिग्ध लोगों की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। किसी भी प्रकार की आकस्मिक या संदिग्ध मृत्यु, आगजनी, भूमि विवाद, जातीय या सांप्रदायिक तनाव, दंगे की आशंका, अवैध निर्माण या आपराधिक गतिविधियों की जानकारी तुरंत थाने को देंगे।
नशे के कारोबार और गोकशी पर भी देंगे सूचना
वहीं जानकारी के मुताबिक बता दें , प्रहरी गांवों में नशे के अवैध कारोबार जैसे गांजा, स्मैक या अवैध शराब की बिक्री पर नजर रखेंगे। साथ ही गोकशी, चोरी, हत्या, दुष्कर्म, अवैध संबंध, बच्चों और महिलाओं से जुड़े अपराधों और हिस्ट्रीशीटरों की गतिविधियों की जानकारी समय से पुलिस को देंगे। यह जानकारी बीट रजिस्टर में दर्ज होगी और पुलिस तत्काल आवश्यक कार्रवाई करेगी।
कोट:
"ग्राम प्रहरी पुलिस व्यवस्था की अहम कड़ी हैं। ये ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी से छोटी गतिविधियों की जानकारी रख सकते हैं। अब इन्हें और सक्रिय किया जा रहा है ताकि समय से पुलिस को सूचना मिल सके और अपराधों को रोका जा सके।
अमेठी में अब अपराध पर लगाम लगाने के लिए पुलिस इस नई तकनीक को अपनाएगी। इससे अपराध को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए यूपी के अमेठी जिले में कानून व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए अब ग्रामीण क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका में लाया जा रहा है