

आम आदमी पार्टी की गोरखपुर महानगर इकाई ने पूरे प्रदेश में आयोजित हल्लाबोल कार्यक्रम के तहत गोरखपुर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
आप पार्टी के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
गोरखपुर: आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रदेश व्यापी हल्लाबोल कार्यक्रम के तहत गोरखपुर महानगर इकाई ने शनिवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन पाकिस्तान की कायराना हरकतों, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बड़बोले बयानों और केंद्र सरकार द्वारा युद्धविराम (सीजफायर) के फैसले के खिलाफ किया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, AAP ने आरोप लगाया कि इस सीजफायर के कारण भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को वापस अपने नियंत्रण में लेने का सुनहरा अवसर गंवा दिया।
केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
गोरखपुर में AAP के जिलाध्यक्ष विजय कुमार श्रीवास्तव की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की और PoK को भारत में शामिल करने का मौका गंवाने के फैसले की कड़ी निंदा की। विजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के दबाव में युद्धविराम का फैसला लिया, जिससे भारतीय सेना का मनोबल कमजोर हुआ है। हमारी सेना ने, जिसमें खासकर दोनों महिला सैनिकों ने पाकिस्तान के खिलाफ जिस तरह सटीक और साहसिक आक्रमण किया, वह काबिले तारीफ है। इस बार हम PoK पर जीत हासिल कर उसे भारत में शामिल कर सकते थे, लेकिन सीजफायर ने सेना के शौर्य और पराक्रम को प्रदर्शित होने से रोक दिया।
उन्होंने आगे कहा कि हमारी सेना की दोनों महिला सैनिकों ने जिस शानदार तरीके से जीत हासिल की, उससे हर भारतीय को उन पर गर्व है। यह देश के लिए गौरव का क्षण है, लेकिन सरकार के इस फैसले ने सेना के बलिदान और साहस को कमतर कर दिया। प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ताओं ने सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने और PoK को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिए निर्णायक कदम उठाने की मांग की।
गौरतलब है कि यह विरोध प्रदर्शन उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में AAP की स्थानीय इकाइयों किया गया। गोरखपुर में प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर अपनी आवाज बुलंद की और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ नारे लगाए। यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी तैयार किया, जिसे प्रशासन को सौंपा जाएगा।