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गोरखपुर में युवक ने उठाया खौफनाक कदम, परिवार में मचा कोहराम

गुलरिहा थाना क्षेत्र के ग्राम सरहरी टोला में गुरुवार को एक दुखद घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। यहां के निवासी अरविंद उर्फ मल्लू (पुत्र राम राज) ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
Post Published By: Rohit Goyal
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गोरखपुर में युवक ने उठाया खौफनाक कदम, परिवार में मचा कोहराम

Gorakhpur: गोरखपुर जनपद के गुलरिहा थाना क्षेत्र के ग्राम सरहरी टोला में गुरुवार को एक दुखद घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। यहां के निवासी अरविंद उर्फ मल्लू (पुत्र राम राज) ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई, और परिवार में कोहराम मच गया। अरविंद की इस आत्मघाती कदम ने न केवल उनके परिजनों, बल्कि पूरे समुदाय को स्तब्ध कर दिया।

पुलिस और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, अरविंद बुधवार रात को सामान्य रूप से भोजन करने के बाद अपने कमरे में सोने चला गया था। परिवार वालों ने बताया कि रात में सब कुछ सामान्य लग रहा था, और अरविंद ने किसी तरह की कोई असामान्य बात नहीं कही थी। लेकिन गुरुवार सुबह जब वह देर तक कमरे से बाहर नहीं निकला, तो परिजनों ने दरवाजा खटखटाया। कोई जवाब न मिलने पर दरवाजा तोड़ा गया, जहां अरविंद का शव कुंडी से लटकता हुआ पाया गया। यह दृश्य देखकर परिवार वालों के पैरों तले जमीन खिसक गई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार स्थानीय लोगों ने तुरंत इसकी सूचना गुलरिहा थाना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि अरविंद ने इतना कठोर कदम क्यों उठाया। परिजनों का कहना है कि अरविंद का व्यवहार सामान्य था, और उन्हें किसी तरह की मानसिक या आर्थिक परेशानी की जानकारी नहीं थी।

गांव वालों के बीच इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ का कहना है कि अरविंद पिछले कुछ समय से चुप और गुमसुम रहने लगा था, लेकिन किसी ने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया। पुलिस ने परिजनों और पड़ोसियों के बयान दर्ज किए हैं और मामले की गहन जांच कर रही है।

अरविंद के इस कदम ने उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। परिवार में रोना-पीटना मचा हुआ है, और गांव के लोग भी इस दुखद घटना से आहत हैं। स्थानीय प्रशासन ने भी इस मामले में संवेदनशीलता बरतने की बात कही है। इस घटना ने एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक समस्याओं पर ध्यान देने की जरूरत को रेखांकित किया है।

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